IMPORTANT BOOKS AND STRATEGY FOR MPPSC NEW SYLLABUS, MPPSC-2020, SYLLABUS,MPPSC 2020 STRATEGY,MPPSC 2020 NOTIFICATION , MPPSC के नए सिलेबस अनुसार तैयारी की रणनीति
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने वर्ष 2020 से MPPSC कि राज्य सेवा परीक्षा के पाठ्यक्रम में बदलाव किया है ।यह बदलाव MPPSC-PRELIMS- 2020 तथा MPPSC MAINS- 2020 की परीक्षा के के साथ लागू होगा ,अर्थात अब 2020 में आयोजित होने वाली एमपीपीएससी की राज्य सेवा परीक्षा नए पाठ्यक्रम के अनुसार होगी!
,बदले हुए पाठ्यक्रम में या नए सिलेबस में किस प्रकार से तैयारी करें? साथ ही साथ कौन सी किताबें पढ़ना सबसे उचित होगा ?यह प्रश्न लगभग प्रत्येक अभ्यर्थी के मन में उठता है ।
यहाँ पर MPPSC NEW SYLLABUS के अनुसार MPPSC-PRELIMS- 2020 तथा MPPSC MAINS- 2020 पूरे सिलेबस के प्रत्येक बिंदु को ध्यान में रखते हुए सर्वश्रेष्ठ किताबों की सूची दी गई है,जो कि विद्यार्थियों को इस परीक्षा की तैयारी करने में बहुत उपयोगी सिद्ध होगी।।
नए पाठ्यक्रम के अनुसार एमपीपीएससी ने प्रारंभिक परीक्षा के पूरे सिलेबस को 10 अलग-अलग भागों में बांटा है।
प्रथम भाग में मध्य प्रदेश के इतिहास संस्कृति एवं साहित्य से संबंधित पाठ्यक्रम को रखा गया है!
हालांकि यह पाठ्यक्रम पूर्व में भी सम्मिलित था, परंतु यह इतिहास वाले हिस्से के अंतर्गत रखा गया था, नए सिलेबस में इसको भारत के इतिहास से अलग दर्शाया गया है।
BOOKS FOR MPPSC PRELIMS 2020-NEW SYLLABUS
1- मध्य प्रदेश के इतिहास संस्कृति एवं साहित्य -
इसके लिए उचित पुस्तकों की सूची इस प्रकार है-
मध्य प्रदेश सामान्य- ज्ञान पुणेकर या महावीर पब्लिकेशन
मध्यप्रदेश पाठ्यपुस्तक की कक्षा 9 एवं 10 की इतिहास की पुस्तक
हिंदी ग्रंथ अकादमी की मध्य प्रदेश सामान्य ज्ञान की पुस्तक ।
यहां पर सभी पुस्तकों को पढ़ने की बिल्कुल आवश्यकता नहीं है, विद्यार्थियों को इन पुस्तकों में से जिस भी पुस्तक की भाषा शैली सरल लगे वह उस पुस्तक को पढ़ सकते हैं।
Note-MPPSC द्वारा ली जाने वाली परीक्षाओं में प्रश्नों के तथ्यों की प्रामाणिकता के सवाल उत्पन्न होने की दशा में निजी पब्लिकेशंस की किताबों को प्रामाणिक नहीं माना जाता है ऐसी दशा में विद्यार्थियों को सलाह दी जाती है कि आप शासकीय पुस्तकों जैसे कि मध्य प्रदेश पाठ्य पुस्तक, एनसीईआरटी की किताबें या हिंदी ग्रंथ अकादमी की पुस्तक में दिए गए तथ्यों को प्रामाणिक मानकर अपनी तैयारी करें।।
2- भारत का इतिहास
यह पाठ्यक्रम मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के पूर्ववर्ती पाठ्यक्रम के अनुसार ही रखा गया है इसमें मुख्य रूप से चार बिंदुओं को सम्मिलित किया गया है इसके लिए निम्न पुस्तकें उचित होगी ।
लुसेंट सामान्य ज्ञान
स्पेक्ट्रम-इतिहास
विपिन चंद्रा
एनसीईआरटी की कक्षा 11 एवं
12 की पुस्तक।
यहां पर भी सभी पुस्तकों को पढ़ना अनिवार्य नहीं है विद्यार्थी अपनी आवश्यकता अनुसार तथा भाषा शैली की सहजता के अनुसार किसी भी एक पुस्तक का चयन कर सकते हैं।
3 - मध्य प्रदेश का भूगोल-
इस बिंदु के अंतर्गत मध्य प्रदेश के वन्य जीव परिवहन सिंचाई जनसंख्या कृषि प्राकृतिक संसाधन आदि से संबंधित बिंदु दिए गए हैं इसके लिए निम्न पुस्तके उपयोगी होगी।
मध्य प्रदेश सामान्य ज्ञान पुणेकर या महावीर पब्लिकेशन
हिंदी ग्रंथ अकादमी की मध्य प्रदेश सामान्य ज्ञान की पुस्तक
मध्य प्रदेश पाठ्य पुस्तक निगम की कक्षा 9 एवं 10 की भूगोल
4 -भारत का भूगोल-
इससे संबंधित पाठ्यक्रम में प्राकृतिक भूगोल मानवीय भूगोल आर्थिक भूगोल प्रमुख संसाधन आदि से संबंधित विषय वस्तु को सम्मिलित किया गया है इसके लिए निम्न पुस्तकें उपयोगी होगी।
लुसेंट सामान्य ज्ञान
एनसीईआरटी- की कक्षा 9 एवं 10 की भूगोल की पुस्तक
घटना चक्र -भूगोल
माजिद हुसैन
महेश वर्णवाल
यहां पर भी सभी पुस्तकों को पढ़ना अनिवार्य नहीं है विद्यार्थी अपने अनुसार किसी भी एक या दो पुस्तकों का चुनाव कर सकते हैं।
5 - अ - राज्य की संवैधानिक संस्थाएं-
इस बिंदु के अंतर्गत राज्य विधान मंडल एवं पंचायती राज संस्थान से संबंधित विषय वस्तु को सम्मिलित किया गया है इसके लिए निम्न पुस्तकें उपयोगी होगी।
मध्य प्रदेश सामान्य ज्ञान- पुणेकर या महावीर पब्लिकेशन
मध्यप्रदेश सामान्य- ज्ञान हिंदी ग्रंथ अकादमी की पुस्तक।
5 -ब - राज्य की अर्थव्यवस्था-
इस शीर्षक के अंतर्गत राज्य की जनगणना विभिन्न कल्याणकारी योजनाएं तथा आर्थिक क्रियाओं से संबंधित विषय वस्तु को सम्मिलित किया गया है इसके लिए निम्न पुस्तके उपयोगी होगी।
मध्य प्रदेश सामान्य ज्ञान- पुणेकर या महावीर पब्लिकेशन
मध्यप्रदेश सामान्य- ज्ञान हिंदी ग्रंथ अकादमी की पुस्तक।
इस शीर्षक के अंतर्गत संविधान तथा अर्थव्यवस्था के उप शीर्षक सम्मिलित है।
इसके लिए निम्न पुस्तकें उपयोगी है।
लुसेंट सामान्य ज्ञान
एम लक्ष्मीकांत polity
मनोहर पांडे-अरिहंत पब्लिकेशंस
घटना चक्र -राजनीति विज्ञान
घटनाचक्र -अर्थव्यवस्था।
यहां पर दी गई सभी किताबों को पढ़ना अनिवार्य नहीं है ,विद्यार्थी अपनी सुविधा अनुसार तथा भाषा शैली में सहजता के अनुभव अनुसार किसी भी पुस्तक का चुनाव कर सकते हैं।।
नोट-प्रारंभिक परीक्षा के लिए इस शीर्षक में लुसेंट सामान्य ज्ञान की पुस्तक ही पर्याप्त है ,परंतु यह पाठ्यक्रम मुख्य परीक्षा में भी विस्तृत रूप से सम्मिलित किया गया है इस हेतु लक्ष्मीकांत या घटना चक्र की किताबों का उपयोग करना ज्यादा लाभदायक होगा।
7 -विज्ञान एवं पर्यावरण
शीर्षक के अंतर्गत वैज्ञानिक उपलब्धियां, प्रदूषण ,पर्यावरण, पारिस्थितिकी, विज्ञान के सामान्य सिद्धांत आदि से संबंधित विषय वस्तु को सम्मिलित किया गया है इस हेतु निम्न पुस्तकें उपयोगी होगी।
लुसेंट सामान्य ज्ञान
एनसीईआरटी की कक्षा 9 एवं 10 की विज्ञान की पुस्तकें
पर्यावरण- घटना चक्र
विज्ञान- घटना चक्र
लुसेंट- पर्यावरण।
यहां पर भी विद्यार्थियों को सभी पुस्तकें पढ़ना अनिवार्य नहीं है।
8 -अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय समसामयिक घटनाएं-
इसके लिए विभिन्न मासिक पत्रिकाओं जैसे प्रतियोगिता दर्पण ,या किसी भी मासिक पत्रिका का उपयोग किया जा सकता है ।
एमपीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा से कुछ समय पहले प्रकाशित तथ्य-बाण के विशेष अंक का उपयोग करके भी इस शीर्षक को अच्छी तरीके से तैयार किया जा सकता है।
9 -सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी-
इस शीर्षक के अंतर्गत ई-कॉमर्स सूचना प्रौद्योगिकी कंप्यूटर ईमेल वायरस आदि से संबंधित विषय वस्तु को सम्मिलित किया गया है इस हेतु निम्न पुस्तके उपयोगी होगी।
मंथन- कंप्यूटर सामान्य ज्ञान
लुसेंट -कंप्यूटर।
घटना चक्र- विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी।
10 -राष्ट्रीय एवं प्रादेशिक संवैधानिक तथा सांविधिक संस्थाएं-
इस शीर्षक के अंतर्गत नवीन पाठ्यक्रम में विभिन्न प्रकार के 15 आयोगों को सम्मिलित किया गया है!
इस हेतु निम्न पुस्तके उपयोगी होगी-
एम.लक्ष्मीकांत -राजनीति विज्ञान
IMPORTANT BOOKS FOR MPPSC -NEW SYLLABUS
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने राज्यसेवा मुख्य परीक्षा के पाठ्यक्रम में भी महत्वपूर्ण बदलाव किए गए हैं यह बदलाव कुछ नवीन पाठ्यक्रमों को जोड़ने , विश्व इतिहास के पाठ्यक्रम को हटाने तथा कुछ पाठ्यक्रम को एक प्रश्न पत्र से दूसरे प्रश्नपत्र में स्थानांतरित करने,तथा शब्द सीमा को कम करने के रूप में हुए हैं।
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की मुख्य परीक्षा में इतिहास विषय के लिए महत्वपूर्ण पुस्तकें ।
MPPSC MAINS HISTORY BOOKS
घटना चक्र -इतिहास
विपिन चंद्रा
स्पेक्ट्रम -
एनसीआरटी क्लास 11th और 12th की इतिहास की पुस्तकें
लुसेंट सामान्य ज्ञान
मध्य प्रदेश के इतिहास के लिए-
पुणेकर या महावीर पब्लिकेशन की किताब
मध्यप्रदेश सामान्य अध्ययन -हिंदी ग्रंथ अकादमी
उपरोक्त पुस्तकों की सूची में से विद्यार्थी अपनी सुविधा अनुसार दो या तीन पुस्तकों का चुनाव करें।
MPPSC MAINS GEOGRAPHY BOOKS-
महेश वर्णवाल
माजिद हुसैन
एनसीआरटी क्लास 11th और 12th ज्योग्राफी
लुसेंट
घटनाचक्र- भूगोल
आपदा प्रबंधन- दृष्टि आईएएस के नोट्स
मध्य प्रदेश के भूगोल के लिए-
मध्य प्रदेश सामान्य अध्ययन- पुणेकर या महावीर पब्लिकेशन
मध्य प्रदेश सामान्य अध्ययन -हिंदी ग्रंथ अकादमी।
MPPSC MAINS POLITY BOOKS-
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की मुख्य परीक्षा में राजनीति विज्ञान से संबंधित पाठ्यक्रम हेतु निम्न पुस्तकें उपयोगी है ।
एम लक्ष्मीकांत -राजनीति विज्ञान
घटना चक्र -राजनीति विज्ञान
भारतीय राजनीतिक विचारक - स्पेक्ट्रम।
MPPSC MAINS ECONOMICS BOOKS-
अर्थव्यवस्था से संबंधित पाठ्यक्रम हेतु निम्न पुस्तकें उपयोगी है-
रमेश सिंह-TMH Publication
एनसीईआरटी -क्लास 11th
घटनाचक्र -अर्थशास्त्र
मनोहर पांडे -अरिहंत पब्लिकेशन
MPPSC MAINS SCIENCE BOOKS ,MPPSC MAINS ENVIRONMENT BOOKS
घटना चक्र- विज्ञान
घटना चक्र -पर्यावरण
यूनिक पब्लिकेशन- SCIENCE BOOK
एनसीआरटी क्लास- 9 एंड 10th
लुसेंट -सामान्य ज्ञान
MPPSC MAINS ETHICS BOOKS-
नीति शास्त्र विषय के लिए निम्न पुस्तकें उपयोगी है
आकार कोचिंग के नोट्स
LEXICON- क्रॉनिकल पब्लिकेशन
दृष्टि आईएएस के नोट्स
MPPSC HINDI BOOKS-
लुसेंट-सामान्य हिंदी
पुणेकर -सामान्य हिंदी
महावीर -सामान्य हिंदी
हिंदी ग्रंथ अकादमी -सामान्य हिंदी।
उपरोक्त में से कोई भी एक किताब ही पर्याप्त है।
MPPSC ESSAY BOOKS
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने निबंध के प्रश्न पत्र में कुछ बदलाव करते हुए प्रारूप लेखन से संबंधित पाठ्यक्रम को भी निबंध वाले प्रश्न पत्र में सम्मिलित किया है, इस हेतु पुणेकर सामान्य हिंदी की पुस्तक काफी उपयोगी होगी
निबंध लेखन हेतु किसी भी कोचिंग संस्थान के नोट्स या निबंध के प्रारूप का उपयोग किया जा सकता है।।
MPPSC NEW SYLLABUS के अनुसार तैयारी की रणनीति -
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के नए पाठ्यक्रम के अनुसार परीक्षा की तैयारी की रणनीति में निम्न बातों को विशेष रूप से ध्यान में रखना चाहिए।
क्योंकि नए पाठ्यक्रम में शब्द सीमा को कम किया गया है इससे पूर्व के पाठ्यक्रम में शब्द सीमा को लेकर के विद्यार्थियों को बहुत बड़ी समस्या थी,पुराने पाठ्यक्रम के अनुसार विद्यार्थी प्रारंभ के 3 प्रश्न पत्रों को पूरा करने में पर्याप्त समय नहीं मिलता था परंतु नए पाठ्यक्रम के अनुसार समय सीमा में कमी की समस्या लगभग समाप्त हो गई है।
एक ओर शब्द सीमा की कटौती ने विद्यार्थियों की समय की कमी की समस्या को तो समाप्त किया है परंतु इससे प्रतिस्पर्धा में भी वृद्धि होगी, क्योंकि अब प्रत्येक विद्यार्थी को गुणवत्तापूर्ण उत्तर लिखने का पर्याप्त समय मिलेगा जो कि इस परीक्षा की प्रतिस्पर्धा को निसंदेह बढ़ाएगा।
इस बात को ध्यान में रखते हुए अब विद्यार्थियों को उत्तर लिखने की गति के अभ्यास की बजाय गुणवत्तापूर्ण उत्तर लिखने का अभ्यास करना चाहिए।जिसमें चित्रों का उपयोग ,अंडरलाइन का उपयोग तथा महत्वपूर्ण तथ्यों का अधिक से अधिक समावेश करना चाहिए।
उत्तर लेखन में भी दीर्घ स्वरूप के उत्तरों को छोड़कर लघु एवं मध्यम स्वरूप के प्रश्नों के उत्तर देते समय बिंदुवार जानकारी उपलब्ध करवाना ज्यादा उचित होगा।।
विज्ञान के प्रश्न पत्र में चित्रों का आवश्यकतानुसार उपयोग करने की रणनीति भी अच्छे नंबर दिलाने में सहायक होगी।
प्रश्नपत्र 3 में सांख्यिकी के पाठ्यक्रम से संबंधित प्रश्नों को भी अच्छी तरीके से तैयार करना चाहिए ,क्योंकि इन प्रश्नों में सामान्यतः पूरे में से पूरे अंक मिलने की संभावना होती है जो कि इस परीक्षा में सफलता के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण घटक है।
चतुर्थ प्रश्न पत्र में केस स्टडी से संबंधित प्रश्नों को भी अच्छी तरीके से पर्याप्त समय देकर और उचित शब्दों का चुनाव करके लिखना चाहिए, क्योंकि यह प्रश्न पत्र सरल प्रवृत्ति के होते हैं, इसके अलावा इन प्रश्नों का अंकिय महत्व भी बहुत ज्यादा होता हैं, इसलिए इन प्रश्नों को लिखते समय विशेष सतर्कता के साथ गुणवत्तापूर्ण उत्तर लिखना चाहिए।।
अति लघु उत्तरीय स्वरूप के प्रश्नों में टू द प्वाइंट ही आंसर लिखना चाहिए।
हिंदी तथा निबंध के प्रश्न पत्रों में मात्राओं की गलतियों पर भी विशेष ध्यान दिया जाता है ,अतः इन प्रश्नपत्रों में मात्राओं की गंभीरता को ध्यान में रखकर सतर्कता पूर्वक शब्दों का चयन करना चाहिए।।
दीर्घ उत्तरीय अर्थात निबंधात्मक स्वरूप के प्रश्नों को हल करते समय उचित स्थान पर पैराग्राफ का उपयोग करना चाहिए, पैराग्राफका आकार ना तू बहुत बड़ा होना चाहिए ना ही बहुत छोटा होना चाहिए साथ ही साथ प्रत्येक पैराग्राफ एक दूसरे से अंतर संबंधित भी होना चाहिए।
नवीन पाठ्यक्रम में कंप्यूटर एवं सूचना प्रौद्योगिकी को भी काफी महत्व दिया गया है दिया गया है। अतः कंप्यूटर एवं सूचना प्रौद्योगिकी से संबंधित प्रश्नों को अच्छी तरीके से तैयार करना चाहिए, तथा उनके उत्तर लेखन में पारिभाषिक शब्दावली का भी ज्यादा से ज्यादा उपयोग करना चाहिए।
जिन प्रश्नों के उत्तर आपको ज्ञात नहीं है उनको बिना तथ्यों के लिखने का प्रयास नहीं करना चाहिए क्योंकि यह मूल्यांकन करता के मन में आप की नकारात्मक छवि बनाते हैं।
प्रश्नों को बड़ा लिखने के लिए बार-बार तथ्यों की पुनरावृत्ति या घुमा फिरा करके उन्हीं तथ्यों को बार-बार लिखने की प्रवृत्ति भी नहीं अपनाना चाहिए।
अंत में सबसे महत्वपूर्ण सवाल जो कि विद्यार्थियों को लगातार परेशान करता है वह है एनसीईआरटी की किताबों को पढ़ना अनिवार्य है या नहीं तो दोस्तों इसका जवाब आपके पास परीक्षा को लेकर के बचे हुए समय पर निर्भर करता है अगर आप अभी अपने कॉलेज के साथ ही एमपीपीएससी की तैयारी कर रहे हैं अर्थात आपके पास 1 वर्ष से ज्यादा का समय इस परीक्षा की तैयारी के लिए है तो आपको एनसीईआरटी की किताबें अवश्य पढ़ना चाहिए इससे आपको लाभ ही होगा परंतु वही अगर आप इसी वर्ष परीक्षा में सम्मिलित हो रहे हैं अर्थात आपके पास 6 या 7 महीने का ही समय है तब ऐसी स्थिति में आपको एनसीईआरटी की किताबें नहीं पढ़ना चाहिए आपको नोट्स एवं रेफरेंस बुक को ही अपनी तैयारी का आधार बनाना चाहिए क्योंकि एनसीईआरटी की किताबें बहुत ज्यादा समय लेती है और अगर आप जल्दी जल्दी से एनसीईआरटी की किताबें पढ़ने की रणनीति बनाएंगे तो आप उन किताबों को समझ नहीं पाएंगे जिससे आपको कोई लाभ भी नहीं मिलेगा अतः जब आपके पास 1 वर्ष का समय है तब आप एनसीईआरटी की किताबों को अवश्य पढ़िए अगर आपके पास परीक्षा के लिए 5 महीने से भी कम का समय है तो आपको इन किताबों को नहीं पढ़ना चाहिए।