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जानिए - बिना कोचिंग के कैसे मिली MPPSC में सफलता , कम समय में mppsc की तैयारी कैसे करे ?? MPPSC PREPARATION FROM HOME,

बिना कोचिंग के MPPSC की तैयारी कैसे करें , या घर बैठे ही एमपीपीएससी की तैयारी किस प्रकार से करें ,

 कम समय में mppsc की तैयारी कैसे करे ?? इस परीक्षा के लिए अच्छी किताबें कौन सी है? प्रारंभिक परीक्षा के लिए क्या रणनीति अपनाएं ,मुख्य परीक्षा में क्या रणनीति अपनाना चाहिए ,

MPPSC PREPARATION  FROM HOME, WITHOUT COACHING

ऐसे अनेक सवाल विद्यार्थियों के मन में आते हैं !
 इस लेख में एक ऐसे सफल अभ्यर्थी का पूरा इंटरव्यू दिया गया है जिसमें आपको एमपीपीएससी की तैयारी से जुड़े तमाम सवालों के जवाब आसान भाषा में मिलेंगे।


  NAME - ANIL KUMAR DHAKD /ROLL NO.- 287625/ POST-  ASSISTANT DIRECTOR  (FINANCE ) /NO. OF ATTEMPT  -3


नमस्कार दोस्तों मेरा नाम अनिल कुमार धाकड़ है और वर्तमान में में सहायक संचालक वित्त के पद पर पदस्थ हूं !मेरा जन्म मंदसौर जिले के शामगढ़ तहसील में खजूरी  गांव में हुआ था, प्रारंभिक शिक्षा मैंने गांव से ही प्राप्त की उसके पश्चात कृषि महाविद्यालय इंदौर से मैंने स्नातक की उपाधि प्राप्त की !

सिविल सेवा में मुझे यह सफलता अपने तीसरे प्रयास में प्राप्त हुई इस परीक्षा में सफलता के लिए मैंने क्या रणनीति अपनाई,और आप किन किन बातों का ध्यान रखकर इस परीक्षा में सफलता प्राप्त कर सकते हैं इसके बारे में मैं आपको विस्तार से बताऊंगा।

MPPSC की तैयारी  करने  का विचार मेरे मन में  कब  और कैसे आया ??

एक बार मेरे स्कूल में जिलाधीश महोदय हमारे वार्षिक उत्सव कार्यक्रम में सम्मिलित होने के लिए आए, उस समय में कक्षा 11 में पढ़ता था, जब जिलाधीश महोदय हमारे विद्यालय में प्रवेश कर रहे थे तो उनके इंतजार में हमारे पूरे स्कूल का स्टाफ बड़ी सतर्कता से खड़ा हुआ था और जब जिलाधीश महोदय की गाड़ी  हमारे स्कूल में प्रवेश कर रही थी तब उनकी गाड़ी के आगे 2 गाड़ियां सायरन बजाते हुए चल रही थी और एक गाड़ी उनके पीछे थी ,उनके आने का नजारा किसी फिल्म के दृश्य से कम नहीं था वह जैसे अपनी गाड़ी से उतरे हमारे प्राचार्य महोदय उनके पास गए और फिर एक-एक करके सभी विद्यालय के स्टाफ से कलेक्टर महोदय का परिचय करवाया ,फिर कलेक्टर महोदय मंच पर चढ़े उनकी उम्र कुछ ज्यादा नहीं थी, वह किसी कॉलेज के विद्यार्थी ही लग रहे थे ,लेकिन उनकी शक्ति और उनको मिलने वाले सम्मान से मैं बहुत प्रभावित हो गया था, मैंने भी मन ही मन यह सोच लिया था कि मुझे भी कुछ ऐसा ही कार्य करना है कि मैं भी इतना सम्मान प्राप्त कर सकूं और मेरे कहीं आने जाने से लोगों के अंदर उत्साह बन सके ।
इस छोटी सी घटना ने मुझे बहुत प्रभावित किया और तभी से मैं एक प्रशासकीय अधिकारी बनने के लिए प्रयास करने लगा शुरुआती दौर में मैं केवल  प्रतियोगिता दर्पण में छपे विभिन्न परीक्षाओं में सफल विद्यार्थियों के इंटरव्यू को पढ़ता था जो मुझे हमेशा से प्रेरित करते थे।।
MPPSC PREPARATION  FROM HOME, WITHOUT COACHING

कक्षा 12 के बाद मैंने प्री एग्रीकल्चर टेस्ट की तैयारी शुरू की और मुझे इंदौर में एग्रीकल्चर कॉलेज में प्रवेश मिल गया ।कॉलेज में मैंने कुछ खास पढ़ाई नहीं की क्योंकि मेरा बहुत बड़ा फ्रेंड सर्कल था और हम सब खूब मस्ती करते थे! 4 साल पलक झपकते ही गुजर गए फिर मुझे एहसास हुआ कि मैं एक  प्रशासकीय अधिकारी बनना चाहता था ,और मैंने अपने कॉलेज में इस पद के लिए कुछ भी तैयारी नहीं की !उस दौरान घर से भी जल्दी ही नौकरी लेने का दबाव आने लगा था ,लेकिन जैसा कि हम सभी जानते हैं नौकरी लेना चाहे वह छोटी हो या बड़ी हो ,आसान तो बिल्कुल ही नहीं है।


देखते ही देखते कॉलेज भी खत्म हो गया और मेरे सामने बेरोजगारी की समस्या आती चली गई ,मेरे सभी साथी अपने अपने क्षेत्रों में कैरियर की तलाश में बिछड़ गए, कुछ को तो कॉलेज प्लेसमेंट से जॉब भी मिल चुकी थी ,लेकिन मुझे कॉलेज प्लेसमेंट से जॉब नहीं मिली थी ।।

इसी बीच मैंने यूपीएससी की तैयारी करने का निर्णय लिया और इसके लिए मैंने दिल्ली जाने का फैसला किया हालांकि दिल्ली जाने और वहां के खर्च उठाने के लिए मैंने कोई भी योजना नहीं बनाई थी बस मैंने अपने किताबों का बैग पैक किया और दिल्ली के लिए इंदौर से शाम को 4:30 बजे बढ़ने वाली इंटरसिटी एक्सप्रेस में सवार हो गया अगले दिन सवेरे में 5:30 बजे हजरत निजामुद्दीन स्टेशन पर उतरा।
फिर मैं वहां से मुखर्जी नगर तक पहुंचा , रूम मुझे 2 दिन बाद मिला , पहले दिन मैं एटीएम के बाहर और दूसरे दिन सड़क के किनारे ही सो गया सोया था। मुझे यहां पर बिल्कुल भी दुख का एहसास नहीं हुआ क्योंकि मैं एक लोक सेवक बनने के उद्देश्य से आया था और मेरे मन में बहुत सारा उत्साह भरा हुआ था।
मैंने वहां पर यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी लेकिन दो साल तक पढ़ाई करने के बाद भी मैं यूपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा में भी उत्तीर्ण नहीं हो सका उसके बाद मैंने दूसरी परीक्षाएं देने की योजना बनाई और इसी बीच में ने IBPS -PO  की परीक्षा दी जिसमें मेरा ऋण अधिकारी के पद पर ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स में चयन हो गया।
यह चयन मेरे परिवार वालों के लिए बहुत बड़ी खुशखबरी लेकर के आया सभी खुश थे और मैं भी इस चिंता से मुक्त हो चुका था कि पढ़ाई का खर्च कैसे चलाऊं लेकिन मैंने तो कभी भी बैंक में नौकरी करने का नहीं सोचा था, मैं तो एक प्रशासकीय अधिकारी ही बनना चाहता था ,खैर,,,, बैंक में नौकरी के लिए मैं सहारनपुर चला गया क्योंकि मुझे वहीं पर पदस्थापना मिली थी ,जब मेरी पहली तनख्वाह आई थी उसी दिन मैंने एमपीपीएससी के लिए लुसेंट और कुछ दूसरी बुक खरीदी , और उनको पढ़ना शुरु कर दिया।।

 HOW TO PREPARATION MPPSC PRELIMS EXAM WITHOUT COACHING 

MPPSC PREPARATION  FROM HOME, WITHOUT COACHING

MPPSC  की तैयारी की शुरुआत  कैसे हुई ??
मैं यहां आपको यह बताना चाहता हूं कि मैंने एमपीपीएससी की एग्जाम के लिए कभी भी किसी भी कोचिंग संस्थान में 1 दिन का भी एडमिशन नहीं लिया था मैंने अपनी पूरी तैयारी स्वयं के द्वारा ही की और बैंक में काम करते हुए ही मैंने इस परीक्षा को पास किया है।

MPPSC PRELIM EXAM STRATEGY/ MPPSC प्रारंभिक परीक्षा की रणनीति /कम समय में mppsc की तैयारी कैसे करे ??

प्रारंभिक परीक्षा की रणनीति में मैंने मुख्य रूप से विगत वर्षो में पूछे गए प्रश्न पत्रों को आधार बनाया है इससे मुझे यह चीज क्लियर हो गई थी कि इस परीक्षा में प्रश्नों का स्तर बहुत ज्यादा गहराई वाला नहीं होता ,है तो मैं जो भी टॉपिक पड़ता था उसेमें बहुत ज्यादा गहराई में उतरने की बजाय पुराने प्रश्न पत्र के हिसाब से ही तैयार करता था। मैंने इस परीक्षा की तैयारी के लिए बहुत ज्यादा किताबें भी नहीं  खरीदी थी,!मैंने मुख्य रूप से लुसेंट सामान्य ज्ञान तथा पुणेकर मध्य प्रदेश सामान्य अध्ययन को ही तैयारी का आधार बनाया , एक्ट संबंधी प्रश्नों को तैयार करने के लिए मैंने  महावीर पब्लिकेशन की ही किताब का सहारा लिया। इन्हीं तीन किताबों के साथ मैंने मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी प्रारंभ की!
 फिर मैंने रिवीजन के लिए अरिहंत पब्लिकेशंस की एक छोटी सी ₹20 की किताब खरीदी और वह किताब मुझे बहुत ज्यादा पसंद आई क्योंकि उसमें सामान्य अध्ययन से संबंधित लगभग सभी महत्वपूर्ण पहलू संक्षिप्त रूप में दिए गए थे उस किताब को मैंने बहुत बार (करीब 25 से ज्यादा बार ) रिवीजन किया।
यहां पर मुझे मेरे बहुत सारे साथियों ने एनसीईआरटी बुक्स को पढ़ने की भी सलाह दी, मैंने उनकी सलाह मानते हुए एनसीईआरटी की किताबों को पढ़ना प्रारंभ किया लेकिन मैं 2 दिन से ज्यादा उन किताबों को नहीं पढ़ सका, क्योंकि मुझे बैंक में इतना समय नहीं मिल पाता था कि मैं हर टॉपिक को बहुत गहराई के साथ कवर कर सकूं साथ ही साथ मुझे पुराने पेपर देखने के बाद यह चिंता भी नहीं थी कि किसी भी टॉपिक को बहुत ज्यादा गहराई से समझने की आवश्यकता है या एनसीईआरटी की किताबें पढ़ना अनिवार्य है ऐसा नहीं था ,इसलिए मैंने एनसीईआरटी की किताबें नहीं पड़ी।।
एमपीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा में में पहली बार 2013 में सम्मिलित हुआ और पहले ही प्रयास में मैंने प्रारंभिक परीक्षा में सफलता प्राप्त कर ली ,लेकिन मैंने मुख्य परीक्षा की कोई भी विशेष तैयारी नहीं की थी इस कारण से में मुख्य परीक्षा में सफल नहीं हो सका ।
अगले वर्ष मैंने जब तक एमपीपीएससी 2014 का नोटिफिकेशन नहीं आया तब तक मैं एमपी पीएससी मुख्य परीक्षा के पूरे सिलेबस को तैयार कर चुका था ,और जब नोटिफिकेशन आया उसके बाद मैंने 2 महीने के समय में MPPSC PRELIMS EXAM को  तैयार किया क्योंकि इसके सिलेबस को मैं पहले ही पूरा पढ़ चुका था इसलिए मुझे ज्यादा समय की आवश्यकता नहीं थी।


MPPSC MAINS  EXAM STRATEGY / MPPSC मुख्य  परीक्षा की रणनीति /कम समय में mppsc की तैयारी कैसे करे ??

मुख्य परीक्षा की तैयारी करने के लिए मैंने उसी रणनीति का सहारा लिया जिससे मैंने प्रीलिम परीक्षा के लिए अपनाया था ,वह थी पुराने पेपर को  देख कर के तैयारी आरंभ करना ,हालांकि उस समय एमपी पीएससी मुख्य परीक्षा का सिलेबस भी बदल चुका था ,लेकिन मैंने यह अनुभव किया कि प्रश्न पूछने की प्रवृत्ति लगभग वैसी ही है जैसे पुराने पाठ्यक्रम के अनुसार थी तो मैंने उसी रणनीति के साथ तैयारी आरंभ कि मैंने इसके लिए भी कुछ ज्यादा किताबें नहीं खरीदी थी, मैंने लुसेंट ,पुणेकर, इसके अलावा हिंदी विषय के लिए भी पुणेकर तथा  एथिक्स के पेपर के लिए मैंने दिल्ली की निश्चय एकेडमी के नोट्स मंगवाकर तैयारी आरंभ, कि मैं यहां पर कुछ महत्वपूर्ण किताबों की सूची दे रहा हूं मुझे उम्मीद है कि इन्हीं किताबों को अच्छे से पढ़ने के उपरांत एमपीपीएससी की मुख्य परीक्षा में सफलता अर्जित की जा सकती है।

IMPORTANT BOOKS FOR MPPSC MAINS EXAM -2020 -for hindi medium 




➥HISTORY   --  LUCENT,
➥WORLD- HISTORY- दृष्टि  IAS (YOUTUBE CHANNEL),
➥GEOGRAPHY-LUCENT,
➥POLITY-LUCENT
➥ECONOMICS-- LUCENT,
➥MP - GK --पुणेकर  MP BOOK 
➥ACT -- पुणेकर या  महावीर PUBLICATION
➥ETHICS --NEEL FACTORIAL  (YOU TUBE CHANNEL )
➥HINDI--पुणेकर HINDI BOOK  
ESSAY --GOOGLE SEARCH IS BEST OPTION  FOR ESSAY
DISASTER MANAGEMENT -  आकार कोचिंग के नोट्स या घटना चक्र  ( भूगोल )
➥ENVIRONMENT- घटना चक्र (पर्यावरण )
➥SCIENCE - LUCENT 
➥INTERNATIONAL ORGANISATIONS-- LUCENT 
SOCIAL ISSUE/GOVT. SCHEMES -- GOOGLE  SEARCH IS BEST OPTION   FOR                                                                        ANY GOVT. SCHEMES 

मैंने मुख्य परीक्षा की तैयारी के दौरान सबसे ज्यादा उत्तर लेखन पर ध्यान दिया ,और उत्तर लेखन में भी सबसे ज्यादा अपनी स्पीड पर ध्यान दिया बजाए की सुंदर लेखन के ,मैं  लिखने में बहुत ज्यादा मात्राओं की गलतियां करता हूं ,यह कमी मुझे अच्छी तरीके से पता थी इसके लिए मैंने आसान शब्दों को लिखने का विकल्प चुना क्योंकि ज्यादा साहित्यिक शब्दों को लिखने पर में मात्राओं की बहुत गलतियां  होती थी।
इसी रणनीति के साथ में वर्ष 2014 की मुख्य परीक्षा में सम्मिलित हुआ और मैंने मुख्य परीक्षा में सफलता भी प्राप्त की ,फिर मैं साक्षात्कार में सम्मिलित हुआ लेकिन मैं साक्षात्कार में चयनित नहीं  हो सका ,।

फिर वर्ष 2015 की परीक्षा में प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा हेतु पहले से सफल सिद्ध हो सकी हो चुकी रणनीति को ही आधार बनाकर तैयारी की और में फिर से साक्षात्कार के लिए बोर्ड के सामने उपस्थित हुआ । इस बार मुझे साक्षात्कार में 115 अंक मिले और मेरा चयन  सहायक संचालक वित्त के पद पर हुआ।

MPPSC PREPARATION  FROM HOME, WITHOUT COACHING


  MPPSC INTERVIEW STRATEGY 

साक्षात्कार में कोई निश्चित पाठ्यक्रम नहीं होता है कि आप उसकी तैयारी कर लो ,INTERVIEW अच्छा जाए इसके लिए सबसे जरूरी है कि आपने मुख्य परीक्षा अच्छे से लिखी हो अर्थात आपको यह विश्वास हो कि मुख्य परीक्षा में  अच्छे अंक आएंगे, इस विश्वास के साथ साक्षात्कार में उपस्थित होंगे तो आप साक्षात्कार से डरने की बजाय उसको सामान्य तरीके से लेंगे जिससे आपको औसत अंक भी प्राप्त होने की दशा में आप अंतिम चयन सूची में अपना स्थान दर्ज करवा पाएंगे।
साथ ही साथ साक्षात्कार में पूछे गए प्रश्नों का संक्षिप्त , और सटीकता के साथ जवाब देने का प्रयास करना चाहिए, अंदाजा लगाना या पूरी जानकारी के अभाव में जवाब देना हमेशा नुकसानदायक ही होता है।

MPPSC 2020  NEW SYLLABUS  के साथ कैसे करे तैयारी ?? 


हालांकि वर्ष 2020 में प्रारंभिक एवं मुख्य परीक्षा में पाठ्यक्रम को लेकर कुछ बदलाव किए गए हैं यह बदलाव इतने ज्यादा व्यापक नहीं है कि पूरी परीक्षा की रणनीति ही बदलना पड़े, प्रारंभिक परीक्षा में जो अधिनियम संबंधी पाठ्यक्रम था उसको हटा दिया गया है साथ ही साथ विभिन्न आयोग संबंधी पाठ्यक्रम को जोड़ दिया गया है इसी नवीन परिवर्तन को ध्यान में रखकर पुराने प्रश्न पत्रों को आधार बनाकर तैयारी करने पर निश्चित ही सफलता प्राप्त हो सकती है।


अंत में में नए विद्यार्थियों से यही कहूंगा कि इस परीक्षा की तैयारी के लिए किसी कोचिंग संस्थान पर पूर्णतःनिर्भर होने की आवश्यकता नहीं है, इस परीक्षा की तैयारी घर पर ,बिना कोचिंग के भी आसानी के साथ की जा सकती है ,साथ ही साथ सिलेबस को पूरा कवर करना बहुत जरूरी है बजाएं किसी विशेष टॉपिक को गहराई के साथ कवर करें और कुछ टॉपिक को बिल्कुल ही छोड़ दें , ऐसा भी नहीं करना चाहिए। !

साथ ही साथ निरंतर पढ़ाई करना बहुत जरूरी है ,चाहे आप 2 घंटे भी प्रतिदिन पढ़ाई करते हो तो भी इस परीक्षा में सफलता प्राप्त की जा सकती है ,कोई विशेष कीर्तिमान स्थापित करके ही  इस परीक्षा में सफलता मिलेगी ऐसा कतई  आवश्यक नहीं है।।

 MPPSC  का नोटिफिकेशन  कभी न कभी तो आएगा ही, उसके इंतजार में अभी पढ़ाई ना करना बहुत ज्यादा घातक होता है नोटिफिकेशन जब भी आए लेकिन अपनी पढ़ाई में निरंतरता होना बहुत आवश्यक है।।।



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