अंग्रेज शासन के विरुद्ध हुए प्रमुख विद्रोह-
popular revolts /resistance against British rule in India in Hindi
➡️सन्यासी विद्रोह-
अंग्रेजी हुकूमत के विरुद्ध भारत में आजादी के लिए पहली बार यह विद्रोह किया गया था,
सन्यासी विद्रोह सन्यासियों द्वारा किया गया था, सन्यासी विद्रोह बिहार और पंजाब में हुआ, जिससे यह क्षेत्र काफी प्रभावित हुए।
➡️फकीर विद्रोह-
यह बंगाल के घुमंतू मुसलमानों का एक समूह था ,बंगाल में फकीर विद्रोह की शुरुआत हुई यह विद्रोह 1776 से 1777 ईसवी तक चला।
➡️पहाड़िया विद्रोह-
यह एक पहाड़िया आदिवासी जन विद्रोह था इसकी शुरुआत बिहार में सन् 1779 ई. में हुई।
➡️चुआरों विद्रोह-
चुआरों का विद्रोह अंग्रेजों के शासन के विरुद्ध था ,इस विद्रोह की शुरुआत बंगाल में 1798 ईस्वी में हुई।
➡️चेरो विद्रोह-
चेरो विद्रोह ,चेरो जनजाति के लोगों द्वारा किया गया था यह विद्रोह झारखंड में सन् 1800 ई. प्रारंभ हुआ।
➡️पाॅलीगरों का विद्रोह-
पाॅलीगरों ने ब्रिटिश साम्राज्य की भूमि कर व्यवस्था के विरोध में विद्रोह आरंभ किया ,इस विद्रोह की शुरुआत तमिलनाडु में सन् 1799-1801 ईस्वी में हुई।
➡️वेलूथम्पी विद्रोह-
अंग्रेजो के खिलाफ शुरू हुआ, इसे वेलूथम्पी या दीवान वेलूथम्पी विद्रोह कहते हैं ,इस विद्रोह की शुरुआत ट्रावणकोर में सन् 1808-09 ईसवी में हुई।
➡️भील विद्रोह-
भील विद्रोह अंग्रेजों के विरुद्ध हुआ इसकी शुरुआत पश्चिमी घाट में 1825-31 ईसवी में हुई।
➡️रामोसी विद्रोह-
अकाल और भूख की समस्या के चलते यह विद्रोह आरंभ हुआ यह पश्चिमी घाट में 1822-29 ईसवी में शुरू हुआ।
➡️पागलपंथी विद्रोह-
जमीदारों के अत्याचार के खिलाफ यह विद्रोह शुरू हुआ ,यह एक अर्ध -धार्मिक संप्रदाय था ,इस विद्रोह की शुरुआत सन् 1825- 27 ईस्वी में असम में हुई।
➡️अहोम विद्रोह-
अहोम विद्रोह अंग्रेजों के विरुद्ध प्रारंभ हुआ ,इसकी शुरुआत सन् 1828 ईस्वी में असम में हुई।
➡️बहावी आंदोलन-
यह मुस्लिम सुधारवादी आंदोलन था ,इसकी शुरुआत सन् 1831 ईस्वी में हुई ,इससे बिहार व उत्तर प्रदेश क्षेत्र प्रभावित हुए।
➡️कोल आंदोलन-
कोलो की भूमि मुस्लिम तथा सिक्खों को देने के विरोध में आंदोलन प्रारंभ हुआ। इसकी शुरुआत झारखंड में छोटा नागपुर का पठार में सन 1831- 32 ईसवी में हुई।
➡️भूमिज विद्रोह-
यह विद्रोह राजनीतिक कारणों से हुआ था इस विद्रोह की शुरुआत झारखंड में सन् 1832 शुरू हुई।
➡️खासी विद्रोह-
खासी विद्रोह अंग्रेजों के विरुद्ध किया गया था इसकी शुरुआत असम में सन् 1833 ईस्वी में हुई।
➡️कंध विद्रोह-
यह विद्रोह ब्रिटिश सरकार के विरुद्ध हुआ था इसकी शुरुआत उड़ीसा में सन् 1837 ई. में हुई।
➡️फरायजी आंदोलन-
यह आंदोलन अंग्रेजों के विरुद्ध किया गया था, इस आंदोलन की शुरुआत बंगाल में सन् 1838 -48 ईसवी में हुई।
➡️नील विद्रोह-
यह विद्रोह ब्रिटिश नील उत्पादकों के खिलाफ किया गया था ,इस विद्रोह की शुरुआत सन् 1854 -62 ईसवी में बंगाल और बिहार में की गई।
➡️संथाल विद्रोह-
यह विद्रोह अंग्रेजों के विरुद्ध किया गया था ,इसकी शुरुआत बंगाल एवं बिहार में सन् 1855 -56 ईसवी में हुई।
➡️मुंडा विद्रोह-
जनजातीय बिरसा मुंडा के नेतृत्व में विद्रोह था इसकी शुरुआत झारखंड में सन 1899 - 1900 में हुई।
➡️पाइक विद्रोह-
अंग्रेजी नीतियों के विरुद्ध विद्रोह किया गया था ,इसकी शुरुआत सन् 1817 - 1825 ईस्वी में उड़ीसा में की गई।
➡️पाबना विद्रोह-
यह विद्रोह जमीदारों द्वारा शोषण के विरुद्ध किया गया था ,इसकी शुरुआत सन् 1873-76 ईसवी में पाबना (बंगाल) में की गई।
➡️दक्कन विद्रोह-
यह विद्रोह सूद पर पैसा देने वाले साहूकारों के विरुद्ध किया गया. इसकी शुरुआत सन 1874 - 75 ईसवी में महाराष्ट्र में हुई।
➡️मोपला विद्रोह-
अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ विद्रोह हुआ इसकी शुरुआत सन 1920 -22 ईसवी में केरल में हुई।
➡️कूका आंदोलन-
अंग्रेजों द्वारा गायों की हत्या को बढ़ावा देने के विरुद्ध विद्रोह किया गया इसकी शुरुआत पंजाब में भगत जवाहर मल के नेतृत्व में हुई।
➡️रंपाओ का विद्रोह-
अंग्रेजी सरकार समर्पित मनसबदारों के खिलाफ विद्रोह हुआ इसकी शुरुआत सन् 1879 -1992 ईस्वी में आंध्र प्रदेश में हुई।
➡️ताना भगत आंदोलन-
यह आंदोलन ब्रिटिश सत्ता के खिलाफ हुआ इसकी शुरुआत सन् 1914 ईस्वी में बिहार में हुई।
➡️तेंभागा आंदोलन-
]यह एक किसान आंदोलन था इसकी शुरुआत बंगाल में सन् 1946 ईस्वी में हुई।
➡️तेलंगाना आंदोलन-
यह आंदोलन जमीदारों एवं साहूकारों की शोषण की नीति के खिलाफ हुआ इस आंदोलन की शुरुआत आंध्र प्रदेश में सन् 1946 में हुई।
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