[MPPSC PRE 2020-21*] कम्प्यूटर के उद्भव एवं विकास संबंधी सामान्य ज्ञान- सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी
कम्प्यूटर के उद्भव एवं विकास संबंधी सामान्य ज्ञान महत्वपूर्ण जानकारी -
सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी MPPSC PRELIMS 2020-2021
सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी MPPSC PRELIMS 2020-2021
information technology-mppsc pre
चार्ल्स बैबेज(Charles Babbage) को कम्प्यूटर के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए आधुनिक कम्प्यूटर विज्ञान का जनक(Father Of Of Modern Computers) कहा जाता है
कम्प्यूटर निर्माण उद्योग में अग्रणी होने के कारण भारत का बेंग्लुरु शहर सिलीकाॅन वैली(Silicon Valley) के नाम से प्रसिद्ध है
आईबीएम(IBM) के डीप ब्लू (Deep Blue)कम्प्यूटर ने शतरंज के विश्व चैंपियन गैरी कास्परोव को पराजित किया था, यह एक सेकंड में शतरंज की 20 करोड़ चालें सोच सकता है
आलू के चिप्स के आकार के होने के कारण इंटीग्रेटेड सर्किट को चीप(Chip) नाम दिया गया
आधुनिक कम्प्यूटर के विकास में सर्वाधिक योगदान अमेरिका के डॉक्टर वॉन न्यूमैन(Van Neumann) का है ,इन्हें डाटा और अनुदेश(instructions) दोनों को बाइनरी प्रणाली( 0 और 1) में संग्रहित करने का श्रेय दिया जाता है
मूर के नियम (Moore's law)के अनुसार, प्रत्येक 18 माह में चिप में उपकरणों की संख्या दुगनी हो जाएगी
यूएलएसआई(ULSI) में एक चीप पर एक करोड़ इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस बनाए जा सकते हैं
इंटीग्रेटेड सर्किट(IC) का विकास 1958 में जैक किल्बी (Jack kilby) तथा रॉबर्ट नोयी (Robert noyce) द्वारा किया गया ,सिलिकॉन की सतह पर बने इस प्रौद्योगिकी को माइक्रो इलेक्ट्रॉनिक्स(micro electronics) का नाम दिया गया ,यह चीप अर्धचालक (semiconductor)पदार्थों जैसे सिलिकॉन (Si) जर्मेनियम (Ge)से बने होते हैं
ट्रांजिस्टर(Transistor) का आविष्कार 1947 में बेल लैबोरेटरीज (Bell Laboratories) के जाॅन वारडीन, विलियम शाकले तथा वाल्टर ब्रेटन(bardeen, shockley and Brattain) ने किया, अर्धचालक(Semiconductor) पदार्थ सिलिकॉन (Si) या जर्मेनियम( Ge)का बना ट्रांजिस्टर का एक तीव्र स्विचिंग डिवाइस है