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[MP GK] Forest Institutes of Madhya Pradesh and their Headquarters -मध्य प्रदेश राज्य के प्रमुख वन संस्थान एवं उनके मुख्यालय

मध्य प्रदेश राज्य के प्रमुख वन संस्थान एवं उनके मुख्यालय -  Forest Institutes of Madhya Pradesh and their Headquarters in Hindi वन विकास निगम भोपाल में स्थित है संजीवनी संस्थान भोपाल में स्थित है भारतीय वन प्रबंध संस्थान भोपाल में स्थित है भारतीय वन अनुसंधान संस्थान का क्षेत्रीय कार्यालय जबलपुर में स्थित है जड़ी-बूटी बैंक पंचमढ़ी में स्थित है, मध्य प्रदेश इको पर्यटन विकास बोर्ड का मुख्यालय भोपाल में स्थित है, जैव विविधता प्रशिक्षण केंद्र उमरिया में स्थित है, वन विद्यालय/प्रशिक्षण संस्थान वन क्षेत्रपाल [फारेस्ट रेंजर ]महाविद्यालय बालाघाट में है राजीव गांधी वानिकी प्रशिक्षण संस्थान लखनादौन (सिवनी) में स्थित है, इंदिरा गांधी वन प्रशिक्षण शाला पंचमढ़ी में स्थित है, जैव विविधता प्रशिक्षण केंद्र ताला (उमरिया) में स्थित है, वन विद्यालय- अमरकंटक ,बेतूल ,गोविंदगढ़, झाबुआ में स्थित है, मध्य प्रदेश में वनों/वन संसाधन से संबंधित सामान्य ज्ञान - most imp factsin hindi for mppsc and mppeb exam सर्वाधिक वन क्षेत्र वाला जिला बालाघाट है, वन विभाग की त्रैमासिक पत्रिका का नाम मध्य प्रदेश वनांचल संदेश हैं

पर्यावरण-पारिस्थितिकी तंत्र सामान्य ज्ञान महत्वपूर्ण तथ्य - Ecology and environment Gk imp Facts in Hindi for exam

पर्यावरण तथा पारिस्थितिकी तंत्र सामान्य ज्ञान महत्वपूर्ण तथ्य - Ecology and environment - Gk imp Facts in Hindi for exam -mppsc,ssc,ibps,railway  पर्यावरण-पारिस्थितिकी तंत्र संबंधी  सामान्य ज्ञान महत्वपूर्ण तथ्य पारिस्थितिकी तंत्र के जैव घटक ,उत्पादक ,उपभोक्ता तथा अपघटक है, पारिस्थितिकी तंत्र के अजैव घटक - भौतिक वातावरण, पोषण तथा जलवायु है उत्पादक स्वपोषी होते हैं तथा प्रकाश संश्लेषण से अपना भोजन बनाते हैं, पारिस्थितिकी तंत्र जैव मंडल का एक स्व संपोषित ,संरचनात्मक तथा कार्यात्मक इकाई है, अजैव तथा जैव घटकों से बनी दुनिया को पर्यावरण कहा जाता है, पारिस्थितिकी तंत्र में अजैव और जैव घटक होते हैं, पारिस्थितिकी तंत्र के विभिन्न घटकों के बीच अन्योन्याश्रय संबंध रहता है, एरोसाॅल में प्रयुक्त CFC जैसे रसायनों से ओजोन स्तर का अवक्षय होता है आहार श्रृंखला के हर पोषी स्तर पर भोजन (ऊर्जा) का स्थानांतरण होता है, वायु मंडल का ओजोन स्तर हानिकारक पराबैंगनी किरणों को अवशोषित कर लेता है, पारिस्थितिक तंत्र के आहार जाल का एक उपभोक्ता ,एक से अधिक भोजन स्त्रोतों का उपयोग करता है, मानव द्वारा निष्कासित विभिन्

[exam Gk*] भारत में वन - सामान्य ज्ञान महत्वपूर्ण तथ्य

भारत में वन - सामान्य ज्ञान महत्वपूर्ण तथ्य -सभी प्रतियोगी परीक्षा हेतु - भारत में मैंग्रोव वनस्पति मुख्यता सुंदरवन में पाई जाती है! पश्चिम बंगाल में सुंदरवन को वैश्विक विरासत का वन माना जाता है! भारत में वन महोत्सव जुलाई के प्रथम सप्ताह में मनाया जाता है! भारतीय वन सर्वेक्षण का मुख्यालय- देहरादून! भारत में वन अनुसंधान संस्थान-देहरादून! राष्ट्रीय वन नीति के अनुसार पर्यावरण की दृष्टि से देश के कम से कम 33% क्षेत्र पर वनों का आवरण होना आवश्यक है! राष्ट्रीय पर्यावरण शोध संस्थान - नागपुर महाराष्ट्र भारत में वृक्षारोपण उत्सव वन महोत्सव के नाम से जाना जाता है! वन महोत्सव के जन्मदाता- के एम मुंशी! केंद्र सरकार द्वारा नई वन नीति की घोषणा 1988 में की गई! पश्चिम हिमालय संसाधन प्रदेश के प्रमुख संसाधन- वन! सर्वे ऑफ इंडिया द्वारा 2 वर्षों में वन संबंधित रिपोर्ट जारी की जाती है! वनों के कटाव को रोकने के लिए चिपको आंदोलन चलाया गया था! चिपको आंदोलन का नेतृत्व- सुंदरलाल बहुगुणा! भारत की ताजा स्थिति के संबंध में भारतीय वन सर्वेक्षण विभाग देहरादून रिपोर्ट जारी करता है! कर्क रेखा के निकट उष्णकटिबंधीय वृक्

[imp*] भारत में वनों के प्रकार [ types of forest in India -exam Gk fact]

  भारत में वनों के प्रकार / भारत में वन कितने प्रकार के होते हैं? भारत में किस प्रकार के वन /वनस्पति /वृक्ष कहाँ पाए जाते हैं ? टाइप्स ऑफ़ फारेस्ट इन इंडिया- प्रतियोगो परीक्षाओ हेतु महत्वपूर्ण तथ्य - उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन - ऐसे स्थान के वन जहां वर्षा 200 सेंटीमीटर या उससे अधिक होती है! यहां का औसत तापमान 12 डिग्री सेल्सियस से अधिक होता है! ऐसे वृक्ष अधिक घने तथा लंबे होते हैं! वर्षा अच्छी होने की वजह से यहां के वृक्ष वर्ष भर हरे भरे रहते हैं! इस प्रकार के वन विषुवत रेखीय प्रदेश और उष्णकटिबंधीय प्रदेशों में पाए जाते हैं! अरुणाचल प्रदेश मिजोरम में पाए जाने वाले वन है!  उष्णकटिबंधीय सदाबहार वनों में पाए जाने वाले वृक्ष -उदाहरण- महोगनी, एबोनी, रब्बर! उष्णकटिबंधीय अर्ध पतझड़ वन- ऐसे स्थान के वन हे जहां वर्षा 150 सेंटीमीटर से कम होती है! यह मुख्यतः ओडिशा उत्तर पूर्वी राज्य में पाए जाते हैं! उदाहरण -साल, सागवान एवं बांध, चंदन, महुआ आदि इसी वन में पाए जाते हैं! पर्वतीय वन- शंकुधारी वन को बोरीथल वन के नाम से भी जाना जाता है! पर्वती वन में शंकुधारी वृक्ष पाए जाते हैं! यह वृक्ष सीधे लंबे होते है

[imp*]राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान संस्थान एवं केंद्र की सूची

 राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान संस्थान एवं केंद्र  की सूची  प्रमुख राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान संस्थान ,कृषि अनुसंधान केंद्र के मुख्यालयों उनके स्थापना वर्ष तथा उनसे संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य विभिन्न परीक्षाओं में प्रमुखता से पूछे जाते हैं , यहां पर भारत के प्रमुख कृषि अनुसंधान केंद्र उनके स्थापना वर्ष तथा उनके मुख्यालय की सूची साथ ही साथ प्रमुख अंतर्राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान केंद्रों एवं उनके मुख्यालयों की सूची दी गई है। भारत के प्रमुख कृषि अनुसंधान संस्थान एवं उनके मुख्यालय- exam gk fact  list of  major  national   agricultural research institutes in India- भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद ICAR( Indian Council of Agricultural Research) आईसीएआर -भारत में कृषि अनुसंधान को नियंत्रित एवं निर्देशित करने हेतु शीर्ष संस्थान है  इसकी स्थापना 23 मई 1929 को की गई थी इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थापित है। भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान [IARI] (इंडियन एग्रीकल्चर रिसर्च इंस्टीट्यूट) भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान की स्थापना अंग्रेजी शासनकाल के दौरान सन 1905 में लार्ड कर्जन के द्वार

**बीज अधिनियम वर्ष 1966[Indian seed act 1966 in Hindi.

   भारतीय बीज अधिनियम 1966 की प्रमुख विशेषताएं एवं महत्वपूर्ण जानकारी  features of Indian seed act 1966 in Hindi. बीज अधिनियम वर्ष 1966 का अधिनियम संख्या 54 है और 29 दिसंबर 1966 को प्रख्यापित किया गया।  यह बिक्री के लिए कुछ बीजों की गुणवत्ता को विनियमित करने के लिए और इससे जुड़े मामलों के लिए एक अधिनियम है। इसे भारतीय गणतंत्र के सत्रहवें वर्ष में संसद द्वारा अधिनियमित किया गया है: - इस अधिनियम को बीज अधिनियम, 1966 कहा जा सकता है। यह पूरे भारत में फैला हुआ है। यह आधिकारिक राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, केंद्र सरकार द्वारा, इस अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों के लिए, और विभिन्न राज्यों के लिए या अलग-अलग क्षेत्रों के लिए अलग-अलग तिथियों के लिए नियुक्त किया जा सकता है, ऐसी तारीख पर लागू होगा।   बीज अधिनियम वर्ष 1966 के अनुसार बीज की परिभाषा-  "बीज" का अर्थ बुवाई या रोपण के लिए उपयोग किए जाने वाले बीजों के किसी भी वर्ग से है खाद्य फसलों के बीज जिनमें खाद्य तेल के बीज और फलों और सब्जियों के बीज शामिल हैं कपास के बीज पशुओं के चारे के बीज जूट के बीज। (बीज (संशोधन) अधिनियम, 1972, 9 सितंबर,

WHAT IS BIO-PIRACY / BIO-PATENT MEANING & DEFINITION IN HINDI

आपने बहुत बार  BIO PIRACY  या BIO PATENT शब्द सुना होगा, भारत में पिछले कुछ सालों में  बायोपाइरेसी   को लेकर विश्व के कुछ देशों के साथ विवाद की स्थिति उत्पन्न होने के चलते यह शब्द काफी चर्चा में रहा ,आइए इस लेख में BIO-PIRACY या BIO-PATENT से संबंधित सभी महत्वपूर्ण तथ्यों को आसान भाषा में समझते हैं।    WHAT IS BIO PIRACY/ WHAT IS BIO PATENT /BIO-PIRACY  MEANING   / BIO-PATENT MEANING & DEFINITION IN HINDI   सबसे पहले जानते हैं  बायोपाइरेसी क्या है?? बायोपाइरेसी किसे कहते हैं?? बायोपाइरेसी  के अंतर्गत किसी एक देश के जैविक संसाधनों (जैसे पेड़ पौधों ,जंगली वनस्पतियों ) का किसी दूसरे देश के व्यक्ति या संस्था द्वारा उस देश की सहमति या अनुमति के बिना उपयोग लेना जैव -पाइरेसी या बायो-पाइरेसी  कहलाता है। विकासशील देश जीव संसाधन व उससे संबंधित परंपरागत ज्ञान में विकसित देशों से अधिक समृद्ध है ऐसी स्थिति में औद्योगिक रूप से विकसित देश आधुनिक तकनीक अपनाकर विकासशील देशों के जीव संसाधनों का दोहन करने का प्रयास कर रहे हैं, जिसके चलते विकासशील देश आर्थिक रूप से शोषण का शिकार हो रह

राजभाषा ,राजभाषा आयोग,राजभाषा अधिनयम EXAM GK

राजभाषा , राजभाषा आयोग , राजभाषा अधिनयम EXAM GK TRICK,  राजभाषा -प्रश्न उत्तर  UPSC / MPPSC /SSC/ CDS/ALL COMPETITIVE EXAMS राजभाषा क्या है ?? राजभाषा से संबंन्धित सामान्य ज्ञान प्रनोत्तर  राजभाषा का वर्णन संविधान के भाग 17 में अनुच्छेद 343 से लेकर 351 तक मिलता है। राजभाषा को चार भागों में विभाजित करके समझा जा सकता है। 1 संघ की भाषा 2. क्षेत्रीय  भाषाएं 3. विधि या न्यायिक भाषा 4. अन्य भाषाएं संघ की भाषा संघ की भाषा  हिंदी  और लिपि देवनागरी है ! संघ की भाषा को लेकर संविधान निर्माण के समय यह व्यवस्था की गई की 1950 से लेकर 1965 तक 15 वर्ष के लिए आधिकारिक भाषा के रूप में अंग्रेजी प्रयोग की जाएगी। 15 वर्षों के बाद भी इसे उपयोग में लाया जा सकता है। संविधानविदो द्वारा यह कल्पना की गई की संविधान लागू होने के पश्चात पांचवे एवं पुनः दसवें वर्ष में राष्ट्रपति द्वारा एक आयोग का गठन किया जा सकता है। यही नहीं इस आयोग की सिफारिशों का अध्ययन करने हेतु राष्ट्रपति द्वारा अपने विचार प्रस्तुत करने के लिए एक संसदीय समिति के गठन की बात को भी कल्ल्पित किया गया। इस आयोग का कार्य हिंद

MPPSC MAINS 2019 हिंदी पेपर हेतु - संक्षेपण एवं पल्लवन / HINDI NOTES FOR EXAM

MPPSC MAINS   हिंदी पेपर- संक्षेपण एवं पल्लवन /  MPPSC HINDI PAPER NOTES  / MPPSC HINDI QUESTIONS संक्षेपण               संक्षेपण का शाब्दिक अर्थ ही छोटा रूप कर देना !अर्थात किसी रचना का जब हम उसके मूल भाव की रक्षा करते हुए उसमें से अनावश्यक विस्तार को हटाकर उसके सार तत्व को ग्रहण कर लेते हैं तब उसे संक्षिप्त लेखन संक्षेपिका या संक्षेपण कहा जाता है।         लेखन में कम से कम शब्दों में किसी तत्व को कुशलता पूर्वक प्रस्तुत किया जाता है किसी भी बड़े अनुच्छेद में अभिव्यक्त विचारों को संक्षेप में समाज शैली में प्रस्तुत कर देना ही संक्षेपण कहलाता है। अर्थात सारांश लेखन की प्रक्रिया को संक्षेपण कहते हैं।  * संक्षेपण की विशेषताएं:- 1. पूर्णता 2. संक्षिप्तता 3.स्पष्टता 4.भाषा की सरलता 5.शुद्धता 6.प्रवाह या क्रमबद्धता 7.मौलिकता       1. पूर्णता:- संक्षेपण स्वत: पूर्ण होना चाहिए, उसमें कोई महत्वपूर्ण बात छुटनी नहीं चाहिए। 2. संक्षिप्तता:- यह मूल रचना का अवतरण या 1/3 भाग होना चाहिए इसमें अनावश्यक विशेष उदाहरण आदि को स्थान नहीं देना चाहिए। 3. स्पष्टता:- "का संक्षेपण इस