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General Knowledge Important Facts About Reproduction in Organisms in Hindi जीवों में जनन' संबंधी सामान्य ज्ञान महत्वपूर्ण तथ्य

General Knowledge Important Facts About Reproduction in Organisms in Hindi   जीवों में जनन' संबंधी सामान्य ज्ञान महत्वपूर्ण तथ्य जीवों में जनन [ Reproduction in Organisms ]    ,जीव विज्ञान का एक महत्वपूर्ण अध्याय है, यहां से विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं एवं बोर्ड परीक्षाओं में अक्सर प्रश्न पूछे जाते हैं, यहां पर   जनन  क्या होता है?   जीवों  जनन  कैसे होता है?   पादपों में निषेचन ,आदि से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य आसान भाषा में प्रस्तुत किए गए हैं- जीवों में जनन' [ Reproduction in Organisms in Hindi] संबंधी महत्वपूर्ण तथ्य- जीवों में जनन' कैसे होता है?  प्रमुख  जनन अंग कौन कौन से है? Reproduction in Organisms in Hindi -Biology science GK imp facts Hindi, वह प्रक्रम, जिसके द्वारा जीव अपने जैसी संतानों की उत्पत्ति करते हैं जनन कहलाता है पुमंग नर के और जायंग मादा के जनन अंग है ,जो आवश्यक जनन   अंग कहलाते हैं परागकोश से वर्तिकाग्र तक पराग कणों का स्थानांतरण परागण कहलाता है ,जो कई कारकों द्वारा संपन्न होता है पादपों में निषेचन की क्रिया बिजांडो के भीतर होती हैं, परागण दो प्रकार का ह

पर्यावरण-पारिस्थितिकी तंत्र सामान्य ज्ञान महत्वपूर्ण तथ्य - Ecology and environment Gk imp Facts in Hindi for exam

पर्यावरण तथा पारिस्थितिकी तंत्र सामान्य ज्ञान महत्वपूर्ण तथ्य - Ecology and environment - Gk imp Facts in Hindi for exam -mppsc,ssc,ibps,railway  पर्यावरण-पारिस्थितिकी तंत्र संबंधी  सामान्य ज्ञान महत्वपूर्ण तथ्य पारिस्थितिकी तंत्र के जैव घटक ,उत्पादक ,उपभोक्ता तथा अपघटक है, पारिस्थितिकी तंत्र के अजैव घटक - भौतिक वातावरण, पोषण तथा जलवायु है उत्पादक स्वपोषी होते हैं तथा प्रकाश संश्लेषण से अपना भोजन बनाते हैं, पारिस्थितिकी तंत्र जैव मंडल का एक स्व संपोषित ,संरचनात्मक तथा कार्यात्मक इकाई है, अजैव तथा जैव घटकों से बनी दुनिया को पर्यावरण कहा जाता है, पारिस्थितिकी तंत्र में अजैव और जैव घटक होते हैं, पारिस्थितिकी तंत्र के विभिन्न घटकों के बीच अन्योन्याश्रय संबंध रहता है, एरोसाॅल में प्रयुक्त CFC जैसे रसायनों से ओजोन स्तर का अवक्षय होता है आहार श्रृंखला के हर पोषी स्तर पर भोजन (ऊर्जा) का स्थानांतरण होता है, वायु मंडल का ओजोन स्तर हानिकारक पराबैंगनी किरणों को अवशोषित कर लेता है, पारिस्थितिक तंत्र के आहार जाल का एक उपभोक्ता ,एक से अधिक भोजन स्त्रोतों का उपयोग करता है, मानव द्वारा निष्कासित विभिन्

[imp*] जीवों में उत्सर्जन कैसे होता है? प्रमुख उत्सर्जी अंग संबंधी महत्वपूर्ण तथ्य / excretion in living organisms in Hindi

जीवो में उत्सर्जन ,जीव विज्ञान का एक महत्वपूर्ण अध्याय है, यहां से विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं एवं बोर्ड परीक्षाओं में अक्सर प्रश्न पूछे जाते हैं, यहां पर उत्सर्जन क्या होता है? जीवों उत्सर्जन कैसे होता है? विभिन्न प्रकार के उत्सर्जी पदार्थ , आदि से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य आसान भाषा में प्रस्तुत किए गए हैं- जीवों में उत्सर्जन [excretion in living organisms in Hindi] संबंधी महत्वपूर्ण तथ्य- जीवों में उत्सर्जन कैसे होता है? प्रमुख उत्सर्जी अंग कौन कौन से है? Biology science GK imp facts Hindi, उपापचयी क्रियाओं के फल स्वरुप उत्पन्न अपशिष्ट पदार्थों का निष्कासन, उत्सर्जन कहलाता है, उपापचयी क्रियाओं के फल स्वरुप कुछ ऐसे पदार्थों का निर्माण होता है ,जो शरीर के लिए अनावश्यक एवं विषाक्त होते हैं। ऐसे पदार्थों को उत्सर्जी पदार्थ कहते हैं, यूरिया ,अमोनिया की अपेक्षा ज्यादा जटिल, परंतु कम विषैला योगिक है, कार्बनिक अणुओं के विखंडन से उत्पन्न एक प्रमुख उत्सर्जी पदार्थ कार्बन डाइऑक्साइड है, अमीबा में उत्सर्जन के लिए कोई विशेष अंगक नहीं पाए जाते हैं, अमीबा में उत्सर्जी पदार्थ शरीर की सतह (प्लाज्मा

[ imp*]जीव विज्ञान के महत्वपूर्ण फैक्ट-

 जीव विज्ञान के महत्वपूर्ण फैक्ट सभी प्रतियोगी परीक्षाओ हेतु  important facts of biology in Hindi for competitive exams one liner biology question in hindi 1. अरस्तु को जीव विज्ञान का पिता कहा जाता है। 2 बायोलॉजी शब्द का प्रयोग सर्वप्रथम 1801 में लैमार्क और ट्रेवेरेनस ने किया था। 3. वनस्पति विज्ञान का पिता थियोफ्रेस्ट्स को कहा जाता है। 4. हिप्पोक्रेट्स ने सबसे पहले रोगों पर लेख लिखें इसलिए उन्हें चिकित्सा विज्ञान का जनक कहा जाता है। 5. धनवंतरी को आयुर्वेद का जनक कहा जाता है। 6. सुश्रुत को शल्य चिकित्सा का जनक कहा जाता है 7. जीव धारियों का सर्वप्रथम वर्गीकरण कैरोलस लीनियस द्वारा किया गया। 8. कैरोलस लीनियस की पुस्तक का नाम सिस्टमा  नेचुरी था 9.आधुनिक वर्गीकरण प्रणाली का पिता कैरोलस लीनियस को कहा जाता है। 10. पांच जगत वर्गीकरण प्रणाली आरएच व्हिटेकर द्वारा दी गई थी। 11.पांच जगत प्रणाली में जीव धारियों को मोनेरा ,प्रोटिस्टा,  कवक ,प्लांटी और एनिमलिया 5 वर्गों में विभाजित किया गया 12 . एनाटॉमी मैं शरीर एवं उसके विभिन्न अंगों की संरचना का अध्ययन किया जाता। 13. साइटोलॉजी कोशिकाओं का अध्ययन किय

Gk question answer on virus in hindi for competitive exams

 Gk question answer on virus in hindi for competitive exams  VIRUS / विषाणु  IMP QUESTION ANSWER FOR EXAM   Gk question answer on virus in hindi for competitive exams    विषाणु/वायरस से सम्बंधित  महत्वपूर्ण प्रश्न एवं उत्तर  Q . ELISA का पूरा नाम  है? एंजाइम लिंक्ड इम्मुनोसॉरबेन्ट एस्से  What is full form of ELISA ?  ENZYME LINKES IMMUNOSORBENT ASSAY   Q.विषाणु का अध्ययन क्या कहलाता है ?    वायरोलॉजी What is called study of virus Virology Q.सर्वप्रथम कौन सा विषाणु खोजा गया था ?  तंबाकू मोजेक वायरस Which virus was first discovered  Tobacco Mosaic Virus Q.विषाणु की खोज सर्वप्रथम किसने की थी ?  ईवानस्की  Who first discovered the virus Dmitri Ivanovsky Q.पादप विषाणु में किस प्रकार का न्यूक्लिक अम्ल पाया जाता हैं ?  RNA What type of nucleic acid is found in plant virus  RNA Q.जंतु विषाणु में किस प्रकार का न्यूक्लिक अम्ल पाया जाता है? DNA What type of nucleic acid is found in animal virus DNA Q. जीवाणुभोजी  किसे कहते हैं ? जीवाणु का भक्षण करने वाले विषाणु को जीवाणु भोजी कहा जाता हैl What is

**बीज अधिनियम वर्ष 1966[Indian seed act 1966 in Hindi.

   भारतीय बीज अधिनियम 1966 की प्रमुख विशेषताएं एवं महत्वपूर्ण जानकारी  features of Indian seed act 1966 in Hindi. बीज अधिनियम वर्ष 1966 का अधिनियम संख्या 54 है और 29 दिसंबर 1966 को प्रख्यापित किया गया।  यह बिक्री के लिए कुछ बीजों की गुणवत्ता को विनियमित करने के लिए और इससे जुड़े मामलों के लिए एक अधिनियम है। इसे भारतीय गणतंत्र के सत्रहवें वर्ष में संसद द्वारा अधिनियमित किया गया है: - इस अधिनियम को बीज अधिनियम, 1966 कहा जा सकता है। यह पूरे भारत में फैला हुआ है। यह आधिकारिक राजपत्र में अधिसूचना द्वारा, केंद्र सरकार द्वारा, इस अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों के लिए, और विभिन्न राज्यों के लिए या अलग-अलग क्षेत्रों के लिए अलग-अलग तिथियों के लिए नियुक्त किया जा सकता है, ऐसी तारीख पर लागू होगा।   बीज अधिनियम वर्ष 1966 के अनुसार बीज की परिभाषा-  "बीज" का अर्थ बुवाई या रोपण के लिए उपयोग किए जाने वाले बीजों के किसी भी वर्ग से है खाद्य फसलों के बीज जिनमें खाद्य तेल के बीज और फलों और सब्जियों के बीज शामिल हैं कपास के बीज पशुओं के चारे के बीज जूट के बीज। (बीज (संशोधन) अधिनियम, 1972, 9 सितंबर,