मुगल साम्राज्य से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न एवं आसान भाषा में उत्तर,
मुगल साम्राज्य एवं मिश्रित संस्कृति का अभ्युदय -MPPSC
मुगल साम्राज्य के शासक एवं उनका क्रम
मुगल शासकों के द्वारा बनवाई गई प्रमुख इमारते
मुगल शासकों द्वारा लड़े गए प्रमुख युद्ध
मुगल शासकों के मकबरे एवं उनका स्थान
मुगल शासकों द्वारा अपने अपने शासनकाल में किए गए प्रमुख कार्य
मुगल शासन व्यवस्था संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य।
➥मुगल शासकों का क्रम एवं उनका शासन काल
भारत में बाबर से लेकर बहादुर शाह जफर तक कुल 15 मुगल शासकों ने शासन किया जिनका क्रम एवं शासन काल की अवधि निम्नलिखित है।
बाबर ➤➤1526 से 1530 तक
हुमायूं ➤➤1530 से 1556 तक
अकबर ➤➤1556 से 1605 तक
जहांगीर ➤➤1605 से 1627 तक
शाहजहां ➤➤1627 से 1657 तक
औरंगजेब ➤➤ 1658 से 1707 तक
बहादुर शाह ➤➤ 1707 से 1712 तक
जहांदार शाह➤➤ 1712 से 1713 तक
फर्रूखसियर ➤➤1713 से 1719 तक
मोहम्मद शाह ➤➤1719 से 1748 तक
अहमदशाह ➤➤ 1748 से 1754 तक
आलमगीर द्वितीय ➤➤ 1754 से 1759 तक
शाहआलम द्वितीय ➤➤1759से 1806 तक
अकबर द्वितीय ➤➤ 1806 से 1837 तक
बहादुर शाह जफर ➤➤ 1837 से 1857 तक
इस प्रकार मुगल वंश का प्रथम शासक अथवा संस्थापक बाबर था तथा मुगल वंश का अंतिम शासक बहादुर शाह जफर थे।
➥पूर्ववर्ती एवं उत्तरवर्ती मुगल शासक
मुगल साम्राज्य में औरंगजेब के बाद वाले शासकों को उत्तरवर्ती मुगल शासक कहा गया है तथा बाबर से लगाकर औरंगजेब तक के शासकों को पूर्ववर्ती मुगल शासक की संज्ञा दी जाती है।
मुगल शासकों के द्वारा बनवाई गई प्रमुख इमारतें।
➥शाहजहां द्वारा बनाई गई प्रमुख इमारतें
सभी मुगल शासकों मैं से शाहजहां ने सर्वाधिक भवन एवं इमारतों का निर्माण करवाया इसी कारण से शाहजहां के शासनकाल को स्थापत्य कला का स्वर्ण युग भी कहा गया है शाहजहां द्वारा बनवाई गई प्रमुख इमारतें निम्नलिखित है।
आगरा का ताजमहल,
दिल्ली का लाल किला
दीवाने आम तथा दीवाने खास
दिल्ली की जामा मस्जिद
आगरा की मोती मस्जिद
इसके अलावा मयूर सिंहासन जिसे तख्ते ताऊस भी कहा जाता है इसका निर्माण भी शाहजहां के द्वारा ही करवाया गया था।
इसके साथ ही दिल्ली के निकट शाहजहानाबाद नगर की स्थापना की।
➥मुगल शासक अकबर के द्वारा बनवाई गई प्रमुख इमारतें
दिल्ली स्थित हुमायूं का मकबरा
आगरा का लाल किलाफतेहपुर सीकरी
पंचमहल
बुलंद दरवाजा
जोधा बाई का महल
इलाहाबाद का किला
लाहौर का किला
इबादत खाना
बीरबल का महल आदि।
➥इसके अलावा अन्य प्रसिद्ध इमारतों में आगरा की चित्रण शाला का निर्माण जहांगीर के द्वारा करवाया गया
➥दिनपनाह नगर एवं शेर मंडल (पुस्तकालय )का निर्माण हुमायूं के द्वारा करवाया गया
➥बीबी के मकबरे का निर्माण औरंगजेब के द्वारा करवाया गया।
➥न्याय की जंजीर का निर्माण जहांगीर के द्वारा करवाया गया
➥जहांगीर के मकबरे का निर्माण नूरजहां के द्वारा करवाया गया।
➥हीरामहल जो कि लाल किले में स्थित है इसका निर्माण बहादुर शाह जफर के द्वारा करवाया गया।
मुगल शासकों के द्वारा लड़े गए प्रमुख युद्ध एवं समय काल
बाबर के द्वारा लड़े गए प्रमुख युद्ध
1519 में युसूफ आजाद जाति के विरुद्ध किया
1526 में पानीपत का प्रथम युद्ध 1527 में खानवा का युद्ध
1528 में चंदेरी का युद्ध
1529 में घाघरा का युद्ध किया।
बाबर ने पानीपत का युद्ध इब्राहिम लोधी के विरुद्ध ,खानवा का युद्ध राणा सांगा के विरुद्ध, चंदेरी का युद्ध मेदिनी राय के विरुद्ध तथा घाघरा का युद्ध अफगान सरदारों के विरुद्ध किया तथा इन सभी युद्ध में विजय प्राप्त की।
हुमायूं द्वारा लड़े गए युद्ध
हुमायूं ने अपने शासनकाल में कुल चार युद्ध किए
देवरा का युद्ध 1531
चौसा का युद्ध 1539
बिलग्राम का युद्ध 1540
एवं सरहिंद का युद्ध 1555
चोसा एवं बिलग्राम का युद्ध हुमायूं और शेरशाह सूरी के मध्य हुआ जिसमें हुमायूं पराजित हुआ ,
सरहिंद का युद्ध हुमायूं एवं सिकंदर सूरी के बीच में हुआ जिसमें हुमायूं विजय रहा।
अकबर द्वारा लड़े गए प्रमुख युद्ध
मुगल शासन काल में सर्वाधिक युद्ध अकबर के द्वारा लड़े गए अकबर ने अपने शासनकाल में कुल 23 विभिन्न प्रांतों पर आक्रमण किया तथा सभी में विजय प्राप्त की।मुगल सम्राट अकबर के द्वारा लड़े गए कुछ प्रमुख युद्ध का वर्णन निम्न है
➥पानीपत का दूसरा युद्ध यह युद्ध 5 नवंबर 1556 को अकबर और हेमू के बीच में हुआ था जिसमें अकबर विजय रहा
➥ हल्दीघाटी का युद्ध -यह युद्ध अकबर के सेनापति मानसिंह तथा महाराणा प्रताप के बीच में 18 जून 1576 को हुआ तथा इसमें अकबर की सेना की विजय हुई।
➥अकबर का अंतिम युद्ध असीरगढ़ के शासक मिरन बहादुर के विरुद्ध था यह युद्ध 1601 में लड़ा गया। तथा इसमें भी अकबर विजय रहा।
➥जहांगीर ने 1606 में अपने ही पुत्र खुसरो के विरुद्ध युद्ध किया तथा इस युद्ध में खुसरो को हराकर केद में डाल दिया।
औरंगजेब के द्वारा लड़े गए युद्ध
औरंगजेब ने सत्ता प्राप्त करने के लिए अपने भाई दारा शिकोह के साथ उत्तराधिकार का तीन बार युद्ध किया
➥उत्तराधिकार का प्रथम युद्ध 15 अप्रैल 1658 को दारा शिकोह एवं औरंगजेब के बीच धरमट में हुआ इसे धरमट का युद्ध भी कहा जाता है।
➥उत्तराधिकार का दूसरा युद्ध 29 मई 1658 को सामुगड़ में हुआ इसमें भी औरंगजेब विजित रहा।
➥उत्तराधिकार का अंतिम युद्ध देवराई की घाटी में हुआ जिसमें दाराशिको पराजित हुआ और उसे कैद करके इस्लाम की अवहेलना के आरोप में हत्या कर दी गई।
➥औरंगजेब के द्वारा 1770 में जाटों के विरुद्ध किया।
➥मोहम्मद शाह ने 1739 में नादिरशाह के विरुद्ध युद्ध किया इस युद्ध में मुगल सम्राट मोहम्मद शाह की पराजय हुई।
➥मुगल शासकों का अंतिम युद्ध 1857 में अंग्रेजी सेना के विरुद्ध था इसमें बहादुर शाह जफर ने अंग्रेजों के विरुद्ध युद्ध का नेतृत्व किया इस युद्ध में बहादुर शाह जफर की हार हुई।
मुगल शासकों के मकबरे एवं उनका स्थान
बाबर का मकबरा ➤ काबुलहिमायू का मकबरा ➤दिल्ली
अकबर का मकबरा➤ सिकंदरा
बीबी का मकबरा ➤औरंगाबाद।
➥जहांगीर के मकबरे का निर्माण नूरजहां ने करवाया था
➥एतमाद उद दौला का मकबरा का निर्माण नूरजहां ने करवाया था।
मुगल सम्राट एवं उनसे संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य
बाबर से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य
बाबर का जन्म 1483 में फरगना नामक छोटे से राज्य में हुआ था
बाबर की मृत्यु 26 दिसंबर 1530 में आगरा में हुई
बाबर ने कलंदर एवं गाजी की उपाधि धारण की थी
बाबर ने पहली बार भारत में तुगलमा युद्ध नीति एवं तोपखाने का प्रयोग पानीपत के युद्ध में किया था।
हुमायूं से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य
हुमायूं ज्योतिष में अत्यधिक विश्वास करता था वह सप्ताह में 7 दिन विभिन्न रंगों के कपड़े पहनकर दरबार में पहुंचता थाहुमायूं की मृत्यु 1 जनवरी 1556 को दिनपनाह में स्थित पुस्तकालय की सीढ़ियों से गिरने के कारण हुई थी
हुमायूं के बारे में प्रसिद्ध इतिहासकार लेन पुल का कथन है कि ,"हुमायूं गिरते पड़ते इस जीवन से मुक्त हो गया ठीक उसी तरह जिस तरह तमाम जिंदगी वह गिरते पड़ते चलता रहा।"
सम्राट अकबर से संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य
मुगल सम्राट अकबर ने अपने दरबार को सुशोभित करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों में दक्ष 9 लोगों को नियुक्त किया था जिन्हें नौ-रत्न कहा जाता था
अकबर के दरबार में नौ-रत्न निम्न थे।
तानसेन
अबुल फजल
फेजी
मूल्ला दो प्याजा
टोडरमल
राजा मानसिंह
अब्दुल रहीम खान ए खाना
फकीर अजी उद्दीन
बीरबल
➥बीरबल एक विद्वान ब्राम्हण थे उनका वास्तविक नाम महेश दास था अकबर ने उन्हें बीरबल की पदवी प्रदान की थी।
➥अकबर ने अपने शासनकाल में अनेक सुधारात्मक कार्य किए
अकबर ने 1562 में दास प्रथा का अंत करवा दिया साथ ही स्वयं को हरम दल से मुक्त किया, तीर्थ यात्रा कर को समाप्त किया जजिया कर को समाप्त किया।
अकबर ने सन 1582 ईस्वी में दीन ए इलाही धर्म की शुरुआत की,
इलाही संवत की शुरुआत भी अकबर के द्वारा 1583 में की गई ,
अकबर ने अपनी राजधानी को आगरा से फतेहपुर सीकरी स्थानांतरित किया तथा बाद में अपनी राजधानी को लाहौर स्थानांतरित किया।
दहसाला बंदोबस्त की शुरुआत भी अकबर के शासन काल में 1580 में हुई ,यह बंदोबस्त राजा टोडरमल के द्वारा बनाया गया था इस कारण से इसे टोडरमल बंदोबस्त भी कहा जाता है।
जब्ती प्रणाली तथा मनसबदारी प्रथा की शुरुआत भी अकबर के शासनकाल में ही हुई।
मनसबदारी प्रथा की शुरुआत अकबर के द्वारा की गई साथ ही साथ अकबर ने अपने शासनकाल में अनुवाद विभाग की स्थापना की जिसके अंतर्गत विभिन्न धार्मिक ग्रंथों का फारसी एवं उर्दू भाषा में अनुवाद किया गया इसी कारण से अकबर के शासन काल को हिंदी साहित्य का स्वर्ण युग भी कहा जाता था।
अकबर नगाड़ा बजाने में काफी दक्ष था उसे नगाड़ा बजाने का शौक था।
इतिहास के handwritten नोट्स -PDF