[imp*] जैव प्रक्रम तथा पोषण संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु, jivo me poshan ki vidhiyan
जैव प्रक्रम तथा पोषण संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु,
जीवों में पोषण की प्रमुख विधियाँ कौन-कौन सी है? स्वपोषी और परपोषी किसे कहते हैं ?
जीव विज्ञान से संबंधित तथ्य विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रमुखता से पूछे जाते हैं यहां पर आप बायोलॉजी के एक महत्वपूर्ण टॉपिक -जीवों में पोषण की प्रमुख विधियाँ कौन-कौन सी है? स्वपोषी और परपोषी किसे कहते हैं ?जैव प्रक्रम तथा पोषण संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य के बारे में आसान भाषा में जानेंगे-
प्रकाश संश्लेषण की क्रिया में अनिवार्य भूमिका निभाने वाले क्लोरोफिल को प्रकाश संश्लेषण इकाई कहते हैं एवं हरित लवक को प्रकाशसंश्लेषी अंगक कहते हैं
ऐसे जीव जो भोजन के लिए अन्य जीवों पर निर्भर न रहकर अपना भोजन स्वयं संश्लेषित करते हैं स्वपोषी autotrophic कहलाते हैं,
ऐसे जीव जो अपने भोजन के लिए किसी ना किसी रूप में अन्य जीवो पर निर्भर रहते हैं परपोषी heterotrophic कहलाते हैं तथा इस प्रकार का पोषण पर पोषण कहलाता है
प्रकाश संश्लेषण प्रक्रिया में जरूरी काम आने वाले 4 कच्चे पदार्थ हैं-कार्बन डाइऑक्साइड, जल, क्लोरोफिल, सूर्य का प्रकाश
अमीबा तथा पैरामीशियम प्राणी समपोषि जंतु है
मनुष्य के आहार नाल से संबद्ध लार ग्रंथि, यकृत तथा अग्न्याशय नामक पाचक ग्रंथियां पाई जाती हैं
पचे हुए भोजन का अवशोषण इलियम के विलाई के द्वारा होता है
अवशोषण के उपरांत पचे हुए भोजन रक्त में मिलकर रक्त संचार के द्वारा विभिन्न भागों में वितरित हो जाते हैं
वह सारी क्रियाएं जिनके द्वारा जीवो का अनुरक्षण होता है ,जेव प्रक्रम कहलाती हैं
उपापचयी क्रियाओं के संचालन हेतु आवश्यक ऊर्जा की आपूर्ति के लिए प्रत्येक जीव को जीवनपर्यंत पोषण की आवश्यकता होती है,
मृतजीवी पोषण [saprophytes ]में जीव मृतजीवों के शरीर से अपना भोजन घुलीत कार्बनिक पदार्थों के रूप में अपने शरीर की सतह से अवशोषित करते हैं,
परजीवी पोषण में जीव दूसरे प्राणी के संपर्क में, स्थाई या अस्थाई रूप से रह कर, उससे अपना भोजन प्राप्त करते हैं
वैसा पोषण जिसमें प्राणी अपना भोजन ठोस या तरल के रूप में जंतुओं के भोजन ग्रहण करने की विधि द्वारा ग्रहण करता है ,प्राणीसम पोषित कहलाता है
ड्यूओडिनम और इलियम की ग्रंथियों से निकलने वाला रस सक्कस एंटेरीकस कहलाता है
मनुष्य में पाचन की क्रिया मुख गुहा से ही शुरू हो जाती हैं,
आमाशय की गैस्ट्रिक ग्रंथियों से स्रावित होने वाले गैस्ट्रिक रस में hcl , पेप्सिनोजेन तथा गैस्ट्रिक लाइपेज होते हैं
मनुष्य के आहार नाल की लंबाई करीब 8 मीटर से 10 मीटर तक की होती हैं ,तथा यह मुख गुहा, फैरिंक्स, ग्रासनली ,अमाशय, छोटी आंत और बड़ी आंत में विभाजित होता है
जैव प्रक्रम तथा पोषण संबंधित महत्वपूर्ण तथ्य प्रतियोगी परीक्षाओं हेतु,
जीवों में पोषण की प्रमुख दो विधियाँ कौन-कौन सी है स्वपोषी और परपोषी किसे कहते हैं