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राम मनोहर लोहिया जी के प्रमुख विचार

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दयानंद सरस्वती की जीवनी - विचार ,सिद्धांत ,दर्शन

दयानंद सरस्वती की जीवनी  दयानंद सरस्वती के राजनीतिक विचार दयानंद सरस्वती के दार्शनिक विचार दयानंद सरस्वती के गुरु का नाम  दयानंद सरस्वती बायोग्राफी  दयानंद सरस्वती की पुस्तकें दयानंद सरस्वती-सत्यार्थ प्रकाश दयानंद सरस्वती इन हिंदी  दयानंद सरस्वती का शिक्षा दर्शन  आर्य समाज के संस्थापक  स्वामी दयानंद सरस्वती का जन्म  स्वामी दयानंद सरस्वती का वास्तविक नाम स्वामी दयानंद सरस्वती MPPSC   स्वामी दयानंद सरस्वती का जन्म - जन्म - 1824 - गुजरात बचपन का नाम - मूल शंकर आर्य समाज की स्थापना -1875 स्वामी दयानंद सरस्वती की पुस्तकें - सत्यार्थ प्रकाश पाखंड खंडन  वेद भाष्य भूमिका  ऋग्वेद भाष्य  अद्वैत मत का खंडन  त्रेत वाद का समर्थन  स्वामी दयानंद सरस्वती के सामाजिक विचार- 1. जाति वर्ण संबंधित विचार 2. स्त्री संबंधित विचार 3.धार्मिक आडंबर का खंडन स्वामी दयानंद सरस्वती के दार्शनिक विचार- 1. वैदिक ज्ञान 2. कर्म सिद्धांत 3.पुनर्जन्म सिद्धांत 4.ईश्वर जीव संबंध स्वामी दयानंद सरस्वती के सामाजिक विचार-:-  दयानंद सरस्वती वैदिक युग को ही आदर्श युग मानत

स्वामी विवेकानंद के प्रमुख सामाजिक एवं दार्शनिक विचार mppsc

स्वामी विवेकानंद के प्रमुख सामाजिक एवं दार्शनिक विचार  mppsc,upsc  स्वामी विवेकानंद सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तर  स्वामी विवेकानंद का  जीवन परिचय    जन्म        1863 कोलकाता   उपनाम      दक्षिणेश्वर संत   1893        शिकागो के विश्व धर्म सम्मेलन में भाषण   मूल नाम        नरेंद्रनाथ दत्त   1896-97        रामकृष्ण मिशन की स्थापना वेल्लूर   पत्रिकाएं           प्रबुद्ध भारत अंग्रेजी उद्बोधन बंगाली स्वामी विवेकानंद के प्रमुख सामाजिक  विचार   * सामाजिक विचार:- 1. दरिद्र नारायण (मानव सेवा) 2. शिक्षा को महत्व 3.ब्राह्मणवाद का विरोध 4. श्रमिक कल्याण 5.नारी सशक्तिकरण 6.राष्ट्रवाद का समर्थन स्वामी विवेकानंद के प्रमुख  दार्शनिक विचार  1. वेदांत व हिंदू धर्म की व्यवहारिक व्याख्या 2.गीता के निष्काम कर्म का समर्थन 3. आध्यात्मिक मानववाद ---::::: पूरब और पश्चिम के मिलन के समर्थक:::::--- सामाजिक विचार:-         विवेकानंद का सामाजिक दर्शन अन्य दार्शनिकों की अपेक्षा बहुत अधिक व्यवहारिक था विवेकानंद के दर्शन पर वेदांत दर्शन का अधिक प्रभाव था। अतः व्यक्ति व्य

रवींद्र नाथ टैगोर के प्रमुख विचार /रवींद्र नाथ टैगोर की जीवनी

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महात्मा गाँधी की जीवनी / गाँधीजी के प्रमुख विचार

महात्मा गांधी के प्रमुख विचार  महात्मा गांधी का अहिंसा संबंधी विचार  महात्मा गांधी का सत्याग्रह संबंधित विचार महात्मा गांधी का धर्म संबंधित विचार  महात्मा गांधी का जाति संबंधीत विचार  महात्मा गांधी का राज्य संबंधित विचार  महात्मा गांधी का सर्वोदय   महात्मा गांधी का  ट्रस्टीशिप संबंधित विचार   महात्मा गांधी के प्रमुख विचार upsc , mppsc  महात्मा गांधी mppsc ethics paper                                     महात्मा गांधी  के  वर्ण व्यवस्था  संबंधित विचार महात्मा गांधी  के  जाति व्यवस्था संबंधित विचार, 1 . महात्मा गांधी का अहिंसा संबंधी विचार:- महात्मा गांधी उपनिषद दर्शन आधारित इस मत को स्वीकार  करते थे कि प्रत्येक वस्तु में ईश्वर की अभिव्यक्ति है ईश्वर ही अलग-अलग तरीकों से मनुष्य प्राणियों पेड़ पौधों वह संसार के कण-कण में व्यक्त होता है अतः उन सभी में स्वस्थ संबंध (पवित्र संबंध) हेतु अहिंसा आवश्यक है।           अहिंसा केवल राजनीतिक आंदोलन का अस्त्र नहीं है बल्कि यह एक नैतिक जीवन जीने का तरीका है।      अहिंसा का सकारात्मक एवं नकारात्मक अर्थ, दोनों हैं !मन