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Showing posts with the label ESSAY

रवींद्र नाथ टैगोर के प्रमुख विचार /रवींद्र नाथ टैगोर की जीवनी

रवींद्र  नाथ टैगोर के प्रमुख विचार, रवींद्र नाथ टैगोर का दर्शन , रविंद्र नाथ टैगोर पर निबंध, रविंद्र नाथ टैगोर से संबंधित महत्वपूर्ण प्रश्न उत्तर,    biography of rabindranath tagore in hindi, essay on rabindranath tagore  in hindi , रवींद्र  नाथ टैगोर के प्रमुख विचार-mppsc , रवींद्र नाथ टैगोर का दर्शन -mppsc, रविंद्र नाथ टैगोर पर निबंध, र वींद्र नाथ टैगोर  की जीवनी  रवींद्र नाथ टैगोर का जन्म  जन्म      मई 1861    मृत्यु       अगस्त 1941 माता      शारदा देवी       पिता       देवेंद्र नाथ टैगोर रवींद्र नाथ टैगोर की प्रमुख  रचनाएं:-   गीतांजलि, काबुलीवाला, गोरा, शिशु भोलेनाथ, वनवाणी, कनिका              रवींद्र नाथ टैगोर को गुरुदेव के नाम से भी जाना जाता है वह विश्व विख्यात, कवि, साहित्यकार, दार्शनिक व भारतीय साहित्य के एकमात्र नोबेल पुरस्कार विजेता है। ** 1901 में सियालदह में शांति निकेतन की स्थापना की थी। रवींद्र नाथ टैगोर के प्रमुख विचार ➥1. सामाजिक विचार ➥2.  मानवीय विचार.    रवींद्र नाथ टैगोर के  सामाजिक विचार

डॉ. भीमराव अंबेडकर का दर्शन/डॉ. भीमराव अंबेडकर के विचार / निबंध - डॉ. भीमराव अंबेडकर -MPPSC,UPSC

डॉ. भीमराव अंबेडकर का दर्शन/ विचार / निबंध   MPPSC, UPSC    एथिक्स एवं निबंध  दोनों  पेपर हेतु महत्वपूर्ण  जानकारी  डॉ. भीमराव अंबेडकर के  प्रमुख विचार:- 1. जाति व्यवस्था संबंधित विचार 2. राजनीतिक विचार 3. आर्थिक विचार 4.दार्शनिक विचार 1. डॉ. भीमराव अंबेडकर के जाति व्यवस्था संबंधित विचार:-   अंबेडकर के अनुसार जाति व्यवस्था भारतीय समाज पर कलंक है जो भेदभाव और संघर्ष को उत्पन्न करती हैं अंबेडकर के अनुसार दलितों के सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक शोषण का प्रमुख कारण जाति व्यवस्था ही  है।                अंबेडकर के अनुसार समाज के प्रारंभ में जाति व्यवस्था का अभाव था परंतु कुछ लोगों के द्वारा अपनी शारीरिक व आर्थिक शक्ति के आधार पर समाज के वर्ग को शिक्षा, धर्म, राजनीति अधिकारों से वंचित रखा और इस व्यवस्था को स्थायित्व व अपने अनुकूल बनाए रखने के लिए जाति व्यवस्था को जन्म दिया।               अंबेडकर के अनुसार जाति व्यवस्था की उत्पत्ति किसी भी रूप में हुई हो परंतु व्यवहार में यह अन्याय पूर्ण व्यवस्था है जिसको समाप्त करना बहुत आवश्यक है । अंबेडकर के अनुसार जाति व्यवस्था के चलते सम

महात्मा गाँधी की जीवनी / गाँधीजी के प्रमुख विचार

महात्मा गांधी के प्रमुख विचार  महात्मा गांधी का अहिंसा संबंधी विचार  महात्मा गांधी का सत्याग्रह संबंधित विचार महात्मा गांधी का धर्म संबंधित विचार  महात्मा गांधी का जाति संबंधीत विचार  महात्मा गांधी का राज्य संबंधित विचार  महात्मा गांधी का सर्वोदय   महात्मा गांधी का  ट्रस्टीशिप संबंधित विचार   महात्मा गांधी के प्रमुख विचार upsc , mppsc  महात्मा गांधी mppsc ethics paper                                     महात्मा गांधी  के  वर्ण व्यवस्था  संबंधित विचार महात्मा गांधी  के  जाति व्यवस्था संबंधित विचार, 1 . महात्मा गांधी का अहिंसा संबंधी विचार:- महात्मा गांधी उपनिषद दर्शन आधारित इस मत को स्वीकार  करते थे कि प्रत्येक वस्तु में ईश्वर की अभिव्यक्ति है ईश्वर ही अलग-अलग तरीकों से मनुष्य प्राणियों पेड़ पौधों वह संसार के कण-कण में व्यक्त होता है अतः उन सभी में स्वस्थ संबंध (पवित्र संबंध) हेतु अहिंसा आवश्यक है।           अहिंसा केवल राजनीतिक आंदोलन का अस्त्र नहीं है बल्कि यह एक नैतिक जीवन जीने का तरीका है।      अहिंसा का सकारात्मक एवं नकारात्मक अर्थ, दोनों हैं !मन

निबंध-- ' भृष्टाचार : कारण समस्या एवं समाधान '(आसान भाषा में ) ESSAY ON CORRUPTION IN HINDI

'भृष्टाचार : कारण समस्या एवं समाधान ' से सम्बंधित  निबंध  एवं  प्रश्न  लगभग  सभी परीक्षाओ  में  पूछे  जाते है ,यह टॉपिक MPPSC &   UPSC में निबंध तथा  ETHICS  के PAPER  में  प्रमुखता  से सम्मिलित  किया गया है, रुपरेखा  *भ्रष्टाचार का अर्थ :-- *भ्रष्टाचार के प्रकार:-- 1. कानून संगत भ्रष्टाचार 2. कानून विरोधी भ्रष्टाचार *भ्रष्टाचार के कारण 1. उपभोक्तावाद 2. केंद्रीयकरण 3. पूंजीवादी अर्थव्यवस्था 4. कम वेतन 5. पारंपरिक मान्यताएं 6. असमानता * भ्रष्टाचार के दुष्प्रभाव 1. राजनीतिक दुष्प्रभाव 2. आर्थिक दुष्परिणाम 3.  सामाजिक दुष्प्रभाव 4. पर्यावरणीय  दुष्प्रभाव * भ्रष्टाचार को रोकने के उपाय 1. समूह निर्माण 2. क्रमिक सुधार 3. सशक्तिकरण 4. कड़े कानूनों का निर्माण  5. सामाजिक उपाय 6. विभिन्न  संगठनों की स्थापना 7. परिवार की भूमिका 8.  विसलब्लोअर 9. सूचना तंत्र का विकास *भ्रष्टाचार का अर्थ: - - भ्रष्टाचार का सामान्य अर्थ होता है, भ्रष्ट या गलत आचरण अर्थात किसी शासकीय पद पर बैठे व्यक्ति द्वारा निजी लाभ और हानि के दृष्टिकोण से उसे प्राप्त शक्तियों का दु

MPPSC ESSAY WRITING / ESSAY ON ELECTRONIC MEDIA IN HINDI

यहां पर  इलेक्ट्रॉनिक मीडिया और समाज  शीर्षक  के अंतर्गत  500 शब्द तथा  1000 शब्दों  में  दो  निबंध दिए गए जो की परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है !इन  निबंध की भाषा शैली आसानी से समझने के अनुकूल है।

निबंध अनेकता में एकता / ESSAY - UNITY IN DIVERSITY( 750 & 250 WARD )

परीक्षा की दृस्टि से  भारत में अनेकता में एकता   विषय पर निबंध , महत्वपूर्ण है,  यहाँ पर  अनेकता में एकता  विषय पर 750  शब्दों में तथा आसान भाषा में निबंध दिया गया है,  इस निबंध में  दिए गए  तथ्यों  को आधार बनाकर आप विविध शब्द सीमाओं  जैसे 250  शब्द  या  1000  शब्द आदि में   अपने अनुसार रूपांतरित कर सकते है !