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विभिन्न धर्मों के प्रमुख पर्व एवं त्योहार exam GK

विभिन्न धर्मों के प्रमुख पर्व  एवं त्योहार Major festivals of different religions in Hindi  most famous festivals of the world-in Hindi famous festivals around the world in Hindi, cultural festivals of india,  religious festivals around the world in hindi, विभिन्न पर्व एवं त्योहार मानव संस्कृति कि एक अमूल्य धरोहर एवं पहचान है , विभिन्न देशों में विभिन्न समुदायों द्वारा मनाए जाने वाले त्योहार किसी खास ऐतिहासिक घटना से संबंधित होते हैं , त्योहार हमें हमारी प्राचीन परंपरा की जानकारी भी देते हैं साथ ही साथ हमारे मन में नए उत्साह एवं नवीन ऊर्जा का संचार करते हैं , इस लेख में विभिन्न धर्मों द्वारा मनाए जाने वाले विभिन्न पर्व एवं त्योहारों से संबंधित जानकारी संक्षिप्त एवं सटीक रूप में दी गई है। हिंदू धर्म से संबंधित प्रमुख पर्व / Major festivals related to Hinduism दीपावली- यह कार्तिक अमावस्या को प्रतिवर्ष भगवान राम की अयोध्या वापसी की याद में मनाया जाता है विजयादशमी-  यह पर्व भगवान श्री राम द्वारा रावण पर विजय प्राप्ति की याद में मनाया जाता है ,इस पर्व को बुराई पर अच्छाई की विजय के रूप में द

डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन पर निबंध / essay on teachers day in Hindi

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के विचार , डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जीवनी, डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी , डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के शिक्षा संबंधी विचार , शिक्षक दिवस पर निबंध  essay on teachers day in Hindi  डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के राजनीतिक विचार, डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन-MPPSC , डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन पर निबंध डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म भारत के तमिलनाडु में 5 सितंबर 1888 को हुआ था डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की मृत्यु 17 अप्रैल 1975 को हुई। अपने जीवन काल को शिक्षा के प्रति समर्पित करने के कारण उनके जन्मदिन 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन पर निबंध डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के प्रमुख विचार 1. शिक्षा संबंधी विचार 2. संस्कृति संबंधी विचार 3. धर्म संबंधी विचार 3. समानता के समर्थक 5.नव वेदांत से प्रभावित               डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक शिक्षक थे ,तथा भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति बने ,शिक्षक के रूप में उन्होंने सर्वप्रथम दर्शन शास्त्र की शिक्षा देना प्रारं

मौलाना अबुल कलाम आजाद पर निबंध -MPPSC

अबुल कलाम आजाद के विचार , अबुल कलाम आजाद के प्रमुख विचार, अबुल कलाम आजाद के शिक्षा सम्बन्धी विचार  , मौलाना अबुल कलाम आजाद -MPPSC मौलाना अबुल कलाम आजाद का  जन्म -11 नवंबर 1888 (मक्का) अबुल कलाम आजाद के बारे महत्वपूर्ण तथ्य:-  इनकी जन्मतिथि पर (11 नवंबर )राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया जाता है , यह देश के प्रथम शिक्षा मंत्री व भारत रत्न से सम्मानित हैं  अबुल कलाम आजाद एक कवि, लेखक, पत्रकार व भारतीय स्वतंत्रता सेनानी तथा एक दार्शनिक थे।  अ बुल कलाम आजाद के प्रमुख विचार-mppsc  1. राष्ट्रवादी विचारक 2. संप्रदायवाद का विरोध 3. आधुनिकता के समर्थक 4.गांधीवादी विचारों से प्रभावित                 मौलाना अबुल कलाम आजाद राजनीति में संप्रदाय वाद के विरोधी थे, उनका मानना था कि धर्म व्यक्ति का व्यक्तिगत मामला है अतः इसका प्रयोग राजनीति व राष्ट्रवादी मामलों में नहीं करना चाहिए ,व राजनीति को धर्म से मुक्त रखा जाना चाहिए।              आजाद पर पश्चिमी दर्शन का प्रभाव था ,अतः उन्होंने आधुनिकतावादी  मूल्यों का समर्थन किया ,उनका मानना था कि परंपरागत रूढ़िवादितागत मूल्यों को जो कि स

अरविन्द घोष के सामाजिक विचार

अरविन्द घोष के सामाजिक विचार , अरविन्द घोष की प्रमुख पुस्तकें, अरविन्द घोष के दार्शनिक विचार, अरविन्द घोष के राजनीतिक विचार , महर्षि अरविन्द घोष -mppsc , अरविन्द घोष के शिक्षा सम्बन्धी विचार, अरविन्द घोष का योग दर्शन , अरविन्द घोष इन हिंदी -pdf ,  अरविन्द घोष पर निबन्ध  अरविन्द घोष से सम्बंधित प्रश्नोत्तर  अरविन्द घोष का जन्म -15 अगस्त (1872 कोलकाता) अरविन्द घोष की प्रमुख पुस्तकें  ➥एसेस ऑफ गीता  ➥सावित्री ➥लाइफ डिवाइडिंग  ➥वेदांत दर्शन ➥राजयोग ➥विवेकानंद कर्म योग अरविन्द घोष के सामाजिक विचार /अरविन्द घोष के राजनीतिक विचार -mppsc 1. धर्म संबंधी राष्ट्रवाद 2. समानता के पक्षधर 3.उपनिवेश के विरोधी 4. अंतरराष्ट्रीय राष्ट्रवाद अरविन्द घोष के दार्शनिक विचार-mppsc 1. वेदांत दर्शन (जड़ चेतन) 2. निर्गुण निराकार ईश्वर( ब्रह्मा)  अरविन्द घोष के सामाजिक विचार           महर्षि अरविंद राष्ट्रवादी विचारक थे, उन्होंने "देवीय/ आध्यात्मिक राष्ट्रवाद" के सिद्धांत का प्रतिपादन किया।  महर्षि अरविंद का मानना था कि राष्ट्रवाद एक

राम मनोहर लोहिया जी के प्रमुख विचार

राम मनोहर लोहिया जी के प्रमुख विचार, राम मनोहर लोहिया जी के आर्थिक विचार, राम मनोहर लोहिया जी के सामाजिक विचार, राम मनोहर लोहिया जी के राजनीतिक विचार,  राम मनोहर लोहिया जी की चौखंबा राज्य की विचारधारा, राम मनोहर लोहिया -MPPSC   राम मनोहर लोहिया जी  पर निबंध  जन्म  - 23 मार्च 1910  (उत्तर प्रदेश के फैजाबाद के अकबरपुर) में हुआ था  इनके पिता अध्यापक थे तथा गांधी जी के अनुयाई थे  लोहिया जी पर गांधीवाद का गहरा प्रभाव था। राम मनोहर लोहिया जी के प्रमुख विचार राम मनोहर लोहिया जी के राजनीतिक विचार 1.राजनीतिक नैतिकता का समर्थन  2.राजनीति के अपराधीकरण के विरोधी 3. राष्ट्रवादी विचारक राम मनोहर लोहिया जी के आर्थिक विचार 1.समाजवाद के समर्थक 2चौखंबा राज्य की विचारधारा A. ग्राम B. मंडल C. प्रांत D. राष्ट्र राम मनोहर लोहिया जी के सामाजिक विचार 1.जाति एवं वर्ग संबंधित विचार (चक्रिय सिद्धांत) 2. स्वदेशी संस्कृति के समर्थक 3. स्व भाषा के समर्थक राम मनोहर लोहिया जी के राजनीतिक विचार लोहिया जी राजनीतिक नैतिकता के प्र

स्वामी विवेकानंद के प्रमुख सामाजिक एवं दार्शनिक विचार mppsc

स्वामी विवेकानंद के प्रमुख सामाजिक एवं दार्शनिक विचार  mppsc,upsc  स्वामी विवेकानंद सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तर  स्वामी विवेकानंद का  जीवन परिचय    जन्म        1863 कोलकाता   उपनाम      दक्षिणेश्वर संत   1893        शिकागो के विश्व धर्म सम्मेलन में भाषण   मूल नाम        नरेंद्रनाथ दत्त   1896-97        रामकृष्ण मिशन की स्थापना वेल्लूर   पत्रिकाएं           प्रबुद्ध भारत अंग्रेजी उद्बोधन बंगाली स्वामी विवेकानंद के प्रमुख सामाजिक  विचार   * सामाजिक विचार:- 1. दरिद्र नारायण (मानव सेवा) 2. शिक्षा को महत्व 3.ब्राह्मणवाद का विरोध 4. श्रमिक कल्याण 5.नारी सशक्तिकरण 6.राष्ट्रवाद का समर्थन स्वामी विवेकानंद के प्रमुख  दार्शनिक विचार  1. वेदांत व हिंदू धर्म की व्यवहारिक व्याख्या 2.गीता के निष्काम कर्म का समर्थन 3. आध्यात्मिक मानववाद ---::::: पूरब और पश्चिम के मिलन के समर्थक:::::--- सामाजिक विचार:-         विवेकानंद का सामाजिक दर्शन अन्य दार्शनिकों की अपेक्षा बहुत अधिक व्यवहारिक था विवेकानंद के दर्शन पर वेदांत दर्शन का अधिक प्रभाव था। अतः व्यक्ति व्य