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तुलसीदास जी का जीवन परिचय / निबंध

 तुलसीदास जी के प्रमुख विचार / गोस्वामी तुलसीदास -निबंध  तुलसीदास जी का जीवन परिचय /निबंध / गोस्वामी तुलसीदास से सम्बंधित  प्रश्न उत्तर  गोस्वामी तुलसीदास -MPPSC गोस्वामी तुलसीदास ETHICS PAPER  भक्ति काल के प्रतिनिधि कवि गोस्वामी तुलसीदास का जन्म अभी तक विवादित माना जाता है ,कुछ विद्वान इनका जन्म उत्तर प्रदेश के बोधापुर जिले के राजापुर गांव मैं मानते हैं तो ,कुछ विद्वान एटा जिले के शोरो नामक गांव में ,  गोस्वामी तुलसीदास जी की प्रतिभा किरणों से ना केवल हिंदू समाज या भारत को अपितु समस्त संसार आलौकिक हो रहा है ,आधुनिक शोधों के अनुसार तुलसीदास जी का जन्म 1544 इसवी माना जाता है। * गोस्वामी तुलसीदास की प्रमुख रचनाएं* रामचरितमानस , पार्वती मंगल,  गीतावली,  कृष्णा गीतावली,  बरवै रामायण , दोहावली , कवितावली , विनय पत्रिका,  वैराग्य सांदीपनि,  रामाज्ञा प्रश्न,  जानकी मंगल         तुलसीदास जी ने अपने जाति वंश के संबंध में कुछ स्पष्ट नहीं लिखा है पर विनय पत्रिका और कवितावली में इनके ब्राह्मण होने का संकेत मिलता है।          तुलसीदास जी के माता-पिता के संबंध में कोई ठोस जानकारी नहीं है। जो जा

प्लेटो के प्रमुख विचार / सिद्धांत - आसान भाषा में

दोस्तों आप सभी ने महान दार्शनिक प्लेटो का नाम तो सुना ही होगा , और आपको महान दार्शनिक प्लेटो के बारे में जानने की इच्छा भी हुई होगी, आज के इस लेख में प्लेटो जो कि यूनान के महान दार्शनिक थे ,तथा पूरे विश्व में महानतम दार्शनिकों में गिने जाते हैं उनके विभिन्न विचारों जैसे  प्लेटो का राज्य संबंधी विचार ,   प्लेटो के सदगुण संबंधी विचार   ,,   प्लेटो के शिक्षा संबंधी विचार  , प्लेटो के राजनीतिक विचार आदि के बारे में रोचक एवं आसान तरीके से इस लेख के माध्यम से जानेंगे।।।। प्लेटो के प्रमुख विचार -MPPSC   प्लेटो का  जन्म    - 427 ईसवी पूर्व( एथेंस यूनान ) मृत्यु                    - 447 ईसवी पूर्व  बचपन का नाम        अरिष्टोक्रेसीज  प्लेटो के गुरु    -        सुकरात   प्लेटो के शिष्य       -  अरस्तु प्लेटो की  प्रमुख रचनाएं  द रिपब्लिक  द स्टेटसमेन  द फिलेबस प्लेटो के  प्रमुख सिद्धांत 1.प्रत्यय का सिद्धांत  2.राज्य संबंधित विचार  3.सद्गुण संबंधित विचार  4.शुभ संबंधित अवधारणा 5. दार्शनिक शासक की अवधारणा         प्लेटो की नीति मीमांसा की अभिव्यक्ति उनके दो ग्रंथ द रिपब्लिक तथा द फिलेबस मैं हु

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 महत्वपूर्ण तथ्य -आसान भाषा में

भारत में अभी तक कुल 3 शिक्षा नीतियों का क्रियान्वयन किया जा चुका है ,भारत की या यूं कहे कि स्वतंत्र भारत की पहली शिक्षा नीति वर्ष 1968 में बनी थी, इसके पश्चात दूसरी शिक्षा नीति 1986 में बनी थी दूसरी शिक्षा नीति जो वर्ष 1986 में बनी थी उसमें 1992 में कुछ संशोधन किए गए थे ,और उसके पश्चात वर्ष 2020 में नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति बनी जिसे न ई राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020   या   new education policy 2020  के नाम से भी जानते  हैं आज हम इस लेख के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के महत्वपूर्ण तथ्यों ,एवं परीक्षा में पूछे जाने वाले राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 से संबंधित प्रश्न   , साथ ही साथ राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के महत्वपूर्ण प्रावधानों को आसान भाषा में समझेंगे, इस लेख को अच्छी तरीके से पढ़ने के उपरांत राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 से संबंधित प्रश्न   एवं पूरी राष्ट्रीय शिक्षा नीति को आसान भाषा में समझने में काफी मदद मिलेगी   New education policy 2020 in Hindi , new national education policy 2020 in Hindi important fact  नई  राष्ट्रिय  शिक्षा नीति 2020 ,के तहत स्कूली शिक्षा मे

अरस्तु के प्रमुख सिद्धांत- MPPSC

अरस्तु  , जो कि एक महान यूनानी दार्शनिक थे,  अरस्तु के न्याय संबंधी विचार  , अ रस्तु के राज्य संबंधी विचार  ,अरस्तु के सिद्धांत , अरस्तु के क्रांति संबंधी विचार  ,आदि से संबंधित प्रश्न विभिन्न परीक्षाओं में ,विशेषकर प्रशासनिक सेवाओं की भर्ती परीक्षाओं में प्रमुखता से पूछे जाते हैं,  इस लेख में अरस्तु से संबंधित सभी प्रमुख विचारों को , अरस्तु की जीवनी आदि के बारे में आसान भाषा में वर्णन किया गया है,  इस लेख को पढ़ने के उपरांत अरस्तु से संबंधित प्रश्नों को आसानी के साथ हल किया जा सकेगा   अरस्तु के प्रमुख सिद्धांत- MPPSC  अरस्तु का जन्म -384 ईसा पूर्व (उत्तरी ग्रीस )  मृत्यु   -  322 ईसा पूर्व    अरस्तु के गुरु     -  प्लेटो  शिष्य    -  सिकंदर महान शिक्षण संस्था का नाम - लीशियस   अरस्तु की प्रमुख रचनाएं   द पॉलिटिक्स  हिस्टोरिया  एनीमिया  अरस्तु के प्रमुख सिद्धांत 1.सद्गुण का सिद्धांत  2.न्याय का सिद्धांत 3.राज्य की अवधारणा 4. सामाजिक विचार     अरस्तु ,प्लेटो के शिष्य और एक महान यूनानी दार्शनिक थे। जहां प्लेटो ने दार्शनिक आदर्शवाद की स्थापना की वही अरस

कौटिल्य के प्रमुख विचार - सप्तांग सिद्धांत /मंडल सिद्धांत

कौटिल्य जिन्हें चाणक्य के नाम से भी जाना जाता है,    कौटिल्य के प्रमुख विचार - सप्तांग सिद्धांत /मंडल सिद्धांत से  संबंधित प्रश्न  एवं कौटिल्य/चाणक्य   के बारे में सामान्य जानकारी से संबंधित प्रश्न लगभग सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाते हैं, इस लेख में कौटिल्य एवं उनके प्रमुख विचारों से संबंधित सभी महत्वपूर्ण तथ्यों का वर्णन आसान भाषा में किया गया है ,इस लेख को पढ़ने के उपरांत विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में कौटिल्य से संबंधित प्रश्नों को आसानी से हल किया जा सकेगा, कौटिल्य के प्रमुख विचार - सप्तांग सिद्धांत /मंडल सिद्धांत कौटिल्य का जन्म - 375 ईसा पूर्व तक्षशिला    मृत्यु - 283 ईसा पूर्व पाटलिपुत्र प्रमुख रचना अर्थशास्त्र कौटिल्य का सामान्य परिचय- कौटिल्य चंद्रगुप्त मौर्य के महामंत्री प्रधानमंत्री थे, प्राचीन भारतीय राजनीतिक चिंतकों में कौटिल्य का स्थान सर्वोपरि है। कौटिल्य को शासन कला तथा कूटनीति कला का महान दार्शनिक माना जाता है, कौटिल्य द्वारा रचित अर्थशास्त्र राजनीतिक शिक्षा का एक महान ग्रंथ है।             कौटिल्य का राजनीतिक चिंतन नैतिकता और सुशासन

डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन पर निबंध / essay on teachers day in Hindi

डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के विचार , डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जीवनी, डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी , डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के शिक्षा संबंधी विचार , शिक्षक दिवस पर निबंध  essay on teachers day in Hindi  डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के राजनीतिक विचार, डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन-MPPSC , डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन पर निबंध डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म भारत के तमिलनाडु में 5 सितंबर 1888 को हुआ था डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन की मृत्यु 17 अप्रैल 1975 को हुई। अपने जीवन काल को शिक्षा के प्रति समर्पित करने के कारण उनके जन्मदिन 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन पर निबंध डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के प्रमुख विचार 1. शिक्षा संबंधी विचार 2. संस्कृति संबंधी विचार 3. धर्म संबंधी विचार 3. समानता के समर्थक 5.नव वेदांत से प्रभावित               डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक शिक्षक थे ,तथा भारत के प्रथम उपराष्ट्रपति बने ,शिक्षक के रूप में उन्होंने सर्वप्रथम दर्शन शास्त्र की शिक्षा देना प्रारं

मौलाना अबुल कलाम आजाद पर निबंध -MPPSC

अबुल कलाम आजाद के विचार , अबुल कलाम आजाद के प्रमुख विचार, अबुल कलाम आजाद के शिक्षा सम्बन्धी विचार  , मौलाना अबुल कलाम आजाद -MPPSC मौलाना अबुल कलाम आजाद का  जन्म -11 नवंबर 1888 (मक्का) अबुल कलाम आजाद के बारे महत्वपूर्ण तथ्य:-  इनकी जन्मतिथि पर (11 नवंबर )राष्ट्रीय शिक्षा दिवस मनाया जाता है , यह देश के प्रथम शिक्षा मंत्री व भारत रत्न से सम्मानित हैं  अबुल कलाम आजाद एक कवि, लेखक, पत्रकार व भारतीय स्वतंत्रता सेनानी तथा एक दार्शनिक थे।  अ बुल कलाम आजाद के प्रमुख विचार-mppsc  1. राष्ट्रवादी विचारक 2. संप्रदायवाद का विरोध 3. आधुनिकता के समर्थक 4.गांधीवादी विचारों से प्रभावित                 मौलाना अबुल कलाम आजाद राजनीति में संप्रदाय वाद के विरोधी थे, उनका मानना था कि धर्म व्यक्ति का व्यक्तिगत मामला है अतः इसका प्रयोग राजनीति व राष्ट्रवादी मामलों में नहीं करना चाहिए ,व राजनीति को धर्म से मुक्त रखा जाना चाहिए।              आजाद पर पश्चिमी दर्शन का प्रभाव था ,अतः उन्होंने आधुनिकतावादी  मूल्यों का समर्थन किया ,उनका मानना था कि परंपरागत रूढ़िवादितागत मूल्यों को जो कि स